चंडीगढ़। Himachal Assembly Election 2022: हिमाचल विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। करीब एक महीने बाद 12 नवंबर को मदतान होगा। ऐसे में सभी दलों के नेताओं ने कमर कस ली है। हिमाचल के साथ लगते चंडीगढ़ में भी नेता सक्रिय हो गए हैं।
हिमाचल में चुनाव की घोषणा होते ही चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व हिमाचल भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन पर भी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हिमाचल में पार्टी को जीत दिलाना संजय टंडन के लिए भी बड़ी चुनौती है। क्योंकि भाजपा को फिर से विधानसभा चुनाव में रिपीट करवाना है।
हिमाचल प्रदेश में हमेशा यह समीकरण रहता है कि एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की सरकार बनाती है। किस तरह से वह फिर से भाजपा की सरकार बनाएंगे इन कई सवालों पर हिमाचल भाजपा के सह प्रभारी संजय टंडन के साथ दैनिक जागरण ने खास बातचीत की है। उनसे कुछ सवाल पूछे गए जिनके उन्होंने ये जवाब दिए हैं।
सवाल: हिमाचल में हर बार सरकार बदलने का इतिहास है, इस भाजपा की क्या रणनीति रहेगी कि इनकंबेंसी से बचा जाए।
जवाब: इस बार हिमाचल में भाजपा रिवाज बदलने जा रही है। भाजपा ने संगठन और सरकार में अच्छा तालमेल बैठाकर काम किया है, जिससे कार्यकर्ता खासे खुश हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अद्भुत काम किए हैं, जिससे प्रदेश की जनता खुश है। विकास और सामाजिक कल्याण की दृष्टि से हर क्षेत्र और वर्ग का ख्याल रखा गया है। हिमाचल में प्रधानमंत्री ने अटल टनल, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, एम्स, इंजीनियरिंग कालेज, वंदे भारत एक्सप्रेस और फोर लेन जैसे कई नयाब तोहफे लोगों को दिए हैं। यह प्रधानमंत्री का हिमाचल से विशेष लगाव तो दिखाता है। हमें पूरा विश्वास है की जनता अपना बहुमूल्य आशीर्वाद एक बार फिर भाजपा को देने वाली है।
सवाल: हिमाचल भाजपा के सह प्रभारी होने के नाते आप इस चुनाव को अपने लिए कैसी चुनौती मानते हैं?
जवाब: चुनौती तो तब होती है जब सरकार के प्रति रोष हो, लेकिन हिमाचल में भाजपा सरकार के प्रति जनता का प्रेम झलकता है। फिर भी हम संगठन की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं और 68 विधानसभा हलकों में भाजपा के संगठन ने अच्छा काम किया है। व्यक्तिगत रूप से मैंने भी लगभग सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया है और कार्यकर्ताओं में मिशन रिपीट को लेकर जोश देखा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने भी जनता का काम उनकी उचित मांग को मद्देनजर रखते हुए किया है। काम बोलता है और अब जनता का समय है। प्रदेश के लोग भाजपा के साथ हैं।
सवाल: हिमाचल में बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहे लोगों के बीच भाजपा के प्रमुख मुद्दे क्या होंगे?
जवाब: हिमाचल में सर्वप्रथम विकास मॉडल है और प्रदेश में विकास मॉडल का नया विराट रूप देखने को मिला है। सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में हिमाचल ने नए आयाम स्थापित किए हैं। मुद्दा सक्षम नेतृत्व का है जो की भाजपा के पास है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, हिमाचल के बेटे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार हमारे प्रदेश का सशक्त मार्गदर्शन कर रहे हैं।
सवाल: क्या इस बार मुख्यमंत्री का चेहरा जयराम ही होंगे?
जवाब: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक कुशल राजनेता हैं और उनकी कार्यशैली एवं कार्यकाल अच्छा रहा है। चुनाव उन्ही के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और भाजपा फिर से प्रदेश में सरकार बनाएगी। 2017 के चुनाव में भाजपा ने 42 सीटें जीती थी। इस बार टारगेट 50 का है।
सवाल: गुजरात में आम आदमी पार्टी सक्रिय भूमिका में नजर आ रही है, हिमाचल में AAP उपस्थिति दर्ज करवा सकती है? क्या AAP भाजपा के लिए चुनौती है।
जवाब: आम आदमी पार्टी का हिमाचल में कोई वर्चस्व नहीं है। कुछ प्रत्याशी आप ने घोषित भी कर दिए हैं पर वे बेअसर हैं। हिमाचल देव भूमि और शांतिप्रिय प्रदेश है, पर आप ने जिस प्रकार का भ्रष्ट और असामाजिक प्रशासन दिल्ली और पंजाब में दिया है वह हिमाचल की जनता को कभी भाने वाला नहीं है। जबसे आप पंजाब में आई है तब से देश विरोधी ताकतें पंजाब पर राज कर रही हैं। दिन प्रतिदिन पंजाब में क्राइम बढ़ता दिखाई दे रहा है। दिल्ली में भ्रष्टाचार ने नई ऊंचाइयों को हासिल किया है। सरकारें बनते ही उनके मंत्री जेल की ओर रुख कर लेते हैं। जनता समझदार है सब जानती है। इसलिए आप का हिमाचल में कोई वर्चस्व नहीं है और न होगा।