उन्होंने कहा, आज लगभग 40 प्रतिशत मानवता 3 अरब लोग स्वस्थ आहार का खर्च नहीं उठा सकते हैं।
भूख के बढ़ने से कुपोषण मोटापा भी बढ़ रहा है। कोविड -19 के आर्थिक प्रभावों ने खराब स्थिति को भी बदतर बना दिया है। उन्होंने कहा कि महामारी ने अतिरिक्त 14 करोड़ लोगों को अपनी जरूरत के भोजन तक पहुंचने में असमर्थ छोड़ दिया है।
गुटेरेस ने कहा, उसी समय, जिस तरह से हम भोजन का उत्पादन, उपभोग बबार्दी करते हैं, वह हमारे ग्रह पर भारी पड़ रहा है। यह हमारे प्राकृतिक संसाधनों, जलवायु प्राकृतिक पर्यावरण पर ऐतिहासिक दबाव डाल रहा है हमें सालाना अरबों डॉलर खर्च कर रहा है। जैसा कि इस वर्ष का विषय स्पष्ट करता है, परिवर्तन की शक्ति हमारे हाथ में है।