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संसद के पास नहीं पहुंच पाते तो तैयार था प्लान B, मास्टरमाइंड ललित झा ने किया पूछताछ में खुलासा


नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक मामले की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड ललित झा द्वारा रची गई कई योजना उजागर हुई है। जांच से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि संसद के पास न पहुंच पाने की प्रारंभिक प्रयास विफल होने की स्थिति में अपराधियों के पास एक बैकअप प्लान भी तैयार था।

आधिकारिक सूत्रों ने खुलासा किया कि संसद के बाहर नीलम और अमोल स्मोक कैन के साथ अंदर घुसने के प्रारंभिक प्रयास का हिस्सा थे। ललित झा ने पूछताछ में बताया कि अगर किसी कारण से प्लान ए के तहत नीलम और अमोल संसद भवन के पास नहीं पहुंच पाते तो महेश और कैलाश दूसरी तरफ से संसद के पास पहुंचते और फिर स्मोक कैन से धुआं करते। इससे मीडिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते।

ललित के माओवादी लिंक को हो रही जांच

वहीं पश्चिम बंगाल पुलिस ने यह जांच शुरू की है कि ललित झा से संबंध रखने वाले एनजीओ का माओवादियों से कोई संबंध है या नहीं। ललित झा के माओवादी से संबंध होने की आशंकाएं तब पैदा हुई थी, जब यह पता चला कि गैर सरकारी संगठन ‘सम्यबादी सुभाष सभा’ पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के तुनतुरी जिले में एक मुफ्त कोचिंग सेंटर चलाता है, जो कभी माओवादियों का गढ़ था। पश्चिम बंगाल में झा के परिचित निलक्खा आइच को एनजीओ के संस्थापक सदस्यों में से एक कहा जाता है।

ललित और महेश संसद के बाहर था मौजूद

घटना का मुख्य साजिशकर्ता ललित झा भी महेश और कैलाश के साथ संसद के बाहर मौजूद था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। बृहस्पतिवार को ललित और महेश ने कर्तव्य पथ थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था। दोनों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। झा को गिरफ्तार किया गया है जबकि महेश को पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है।

मास्टरमाइंड ललित झा राजस्थान भागा था

घटना के बाद, बिहार के मूल निवासी ललित झा ने दिल्ली से भागकर राजस्थान में शरण ली। उन्होंने महेश के साथ राजस्थान के एक होटल में एक दिन बिताया। सूत्र ने बताया कि स्पेशल सेल यह भी जांच कर रही है कि क्या घटना में केवल छह से सात व्यक्ति शामिल थे या अतिरिक्त सहयोगिलोगों ने भी इसमें मदद की थी।