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सरस मेला मे देश की कला व संस्कृति की


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*बिलासपुर*
पूरे देश की कला व संस्कृति से एक-दूसरे का परिचय करवाने के उद्देश्य से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में आयोजित क्षेत्रीय सरस मेले का गरिमामय शुभारंभ सोमवार से होने जा रहा है। मेले में कुल 150 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों के करीब 135 स्व सहायता समूहों द्वारा स्टॉल की बुकिंग की जा चुकी है।
व्यापार विहार में 13 से 23 फरवरी को आयोजित क्षेत्रीय सरस मेले का शुभारंभ सोमवार से हो रहा है। मेला स्थल रविवार शाम को ही अपने शुभारंभ के लिए सजधज कर तैयार हो चुका है। मेले में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से स्व सहायता समूह के सदस्य अपनी कला व सामग्रियों के प्रदर्शन के लिए यहां पहुंच चुके हैं। इसी तरह अन्य राज्यों झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश व जम्मू कश्मीर सहित अन्य राज्यों से भी प्रतिभागियों की उपस्थिति हो चुकी है। प्रतिभागियों के लिए साइंस कॉलेज व पंचायत ट्रेनिंग सेंटर में आवास व भोजन की व्यवस्था की गई है। ज़िला प्रशासन द्वारा मेला स्थल से आवास तक प्रतिभागियों की सुलभ पहुंच के लिए बस की व्यवस्था की गई है। रविवार को पूरे दिन शहर पहुंचने वाले प्रतिभागियों को मेला स्थल से उनके निर्धारित आवास तक पहुंचाने का सिलसिला चलता रहा। मेले में प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान छत्तीसगढ़ के कलाकार अपनी रंगारंग प्रस्तुति
देंगे।
मेला स्थल में प्रतिदिन अपराह्न 3 बजे से कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित शासन की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
*लाईव जोन से सीख सकेंगे कला*
मेले में कुछ विभागों, योजनाओं एवं स्व सहायता समूहों द्वारा अपनी कला का लाईव प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। इसके अंतर्गत हाथकरघा, मिलेट्स, कोसा धागाकरण, बांस शिल्प, माटीकला, पैरा आर्ट, रेशम व नेहरू जैकेट की सिलाई की कला दिखाई जाएगी। सीखने के इच्छुक व्यक्तियों को उनके सामने ही इन सब कलाओं को दिखाकर निर्माण की विधि बताई जाएगी।
*किड्स जोन व फ़ूड जोन भी*
मेला स्थल में सभी वर्गों का खास ख्याल रखा गया है। स्थल में बच्चों के लिए किड्स ज़ोन बनाया गया है, जहां आकर्षक झूले लगाए जाएंगे, ताकि बच्चे भी मेले का भरपूर आनंद उठा सकें। इसी तरह मेला स्थल में फ़ूड जोन भी बनाया गया है, जहां मिलेट्स व गढ़कलेवा द्वारा छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की प्रदर्शनी सह बिक्री की जाएगी।