सहरसा (आससे)। रबी विपणन मौसम वर्ष 2021-22 के अंतर्गत गेहूं अधिप्राप्ति की अद्यतन प्रगति के संबंध में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने सभी प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों से अपने कार्यालय वेश्म मे समीक्षात्मक बैठक की। इच्छुक किसानों से गेहूं क्रय के संदर्भ में प्रखंडवार समीक्षा की गई।
गेहूं अधिप्राप्ति मे सहरसा जिला को प्राप्त लक्ष्य 16800 एम.टी. के विरूद्ध अबतक 1509 किसानों से कुल 7409.28 एम.टी. गेंहूं की अधिप्राप्ति की गई है। इच्छुक 282 किसानों में से 132 किसानों के पास गेहूं उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी गई तथा शेष बचे 150 किसानों से जिनके पास गेहूं है। उनसे आगामी 15 जून 2021 तक शतप्रतिशत अधिप्राप्ति सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया।
समीक्षा के क्रम में जानकारी दी गई कि राज्य खाद्य निगम, सहरसा द्वारा गेहूं की राशि का भुगतान नहीं किए जाने के कारण कहरा प्रखंड मे मुरली बसंतपुर, सत्तरकटैया प्रखंड में बरहसेर, सिमरी बख्तियापुर प्रखंड में सिटनाबाद उत्तरी एवं खजुरी तथा कैश क्रेडिट नही रहने के कारण महिषी प्रखंड अंतर्गत तेलवा पश्चिमी, सिरवार वीरवार, वीरगांव, एव सोनवर्षा प्रखंड मे महुआ उत्तरवार में गेंहूं का क्रय प्रभावित हुआ है।
जिलाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त को इस संबंध में एस.एफ.सी. से समन्वय स्थापित कर भुगतान कराने का निदेश दिया गया। ताकि किसानों से क्रय किए गये गेहूं का भुगतान उन्हें ससमय किया जा सके। वहीं कैश क्रेडिट नहीं रहने के कारण जहां समस्या है उसका भी निराकरण कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सीएमआर आपूर्ति में टूटा हुआ और खराब गुणवत्ता के चावल की काफी शिकायते मिल रही है। सभी राइस मिलरों एवं पैक्सों को हिदायत देने का निर्देश दिया गया कि मानक के अनुरूप सीएमआर नही पाये जाने पर इसे काफी गंभीरता से लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि सभी राइस मिलों में दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर सीएमआर के गुणवत्ता की जांच करायी जा रही है। अभी 250 लॉट सीएमआर की आपूर्ति किया जाना शेष है।
सभी पैक्सो को चेतावनी दी गई कि खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के पत्र मे निर्धारित मानक के अनुसार ही अच्छे गुणवत्ता के सीएमआर की आपूर्ति करें अन्यथा डिफाल्टर होने की स्थिति में राशि की वसूली करते हुए उनके विरूद्ध सख्त कारवाई की जायेगी। बैठक में उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह भी मौजूद थे।