वाराणसी

सार्वजनिक स्थानों पर गुटखा, सिगरेट बिक्री पर होगी काररवाई


नशा मुक्ति आन्दोलनके लिए वालेंटियरको दी जाय ट्रेनिंग-डीएम
जिलाधिकारी कौशल राज शर्माने कहाकि नश मुक्तिके लिए लोगोंमें जागरुकता जरूरी है नशा मुक्ति आन्दोलनके लिए वालिटियरर्सको ट्रेनिंग दी जाय। जिलाधिकारी गुरुवारको नश मुक्तिके प्रचार प्रसारके लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक कर रहे थे।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान को १५ अगस्त २०२० से ३१ मार्च २०२१ तक चलाया जा रहा है। भारत सरकार की ओर से स्टेट कोआर्डिनेटर श्रेया ने नशा मुक्त भारत अभियान की कार्य योजना प्रस्तुत की। इस बैठक में विभिन्न नशा मुक्ति अभियान चला रहे समाज सेवी संगठनों ने अपने कार्यक्रमो की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने अगले दो दिनों में समस्त थाना क्षेत्रों में मीटिंग करा कर सार्वजनिक स्थलों पर गुटखा सिगरेट आदि की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए काररवाई करने के निर्देश। उन्होंने सभी स्कूलों के १०० मीटर की परिधि में नशे से संबंधित चीजों के बिक्री पर रोक लगाने के लिए प्रधानाध्यापकों की मीटिंग कराने का निर्देश दिया। नशा मुक्ति आंदोलन के लिए वॉलिंटियर ट्रेनिंग कराये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यालय में गुटखा, सिगरेट एवं नशे की चीजों के प्रयोग पर काररवाई के लिए अधिकारी नामित कराये जायें। उन्होंने कहा कि अगले १० से १५ दिनों में जागरूकता अभियान चलाया जाय इसके पश्चात जो लोग नशा करते हुए पाये जायं उनको जुर्माना लगाया जाये। नशा मुक्ति आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए गम्भीरता से कार्य करने की हिदायत दी तथा वार्डवार, ग्राम पंचायतवार कमेटी बनाने का निर्देश दिया। इसी के साथ बीडीओ, नगर निगम के जोनल अधिकारी जागरुकता अभियान चलायें तथा समस्त स्कूलों, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों में भी जागरुकता फैलाने का निर्देश दिया। जागरुकता के साथ-साथ यदि कड़ाई करने की जरूरत पड़े तो इंफोर्समेंट की कार्यवाही की जाय। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा नशा मुक्ति से सम्बंधित शपथ दिलाई।