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सीएम आफिस का ट्विटर हैंडल हैक करने के 48 घंटे बाद हैकर्स ने यूपी गवर्नमेंट के ट्विटर को बनाया निशाना


लखनऊ, । इंटरनेट मीडिया पर सरकारी कामकाज के बढ़ते प्रचलन के बीच खतरा भी बढ़ा है। इनके हैक होने के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम आफिस के ट्विटर हैंडल हैक करने के 48 घंटे बाद हैकर्स ने यूपी गवर्नमेंट के ट्विटर हैंडल को हैक कर लिया है। अब शासन तथा प्रशासन में खलबली मची है।

उत्तर प्रदेश के सीएम ऑफिस का ट्विटर हैंडल हैक होने के 48 घंटे के बाद यूपी गवर्नमेंट का ट्विटर हैंडल हैक किया गया है। उत्तर प्रदेश प्रशासन में सोमवार सुबह की सुबह 11 बजे के आसपास तब खलबली मची जब यूपी सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर हैकर्स ने कब्जा कर लिया। @UPGovt ट्विटर हैंडल को हैकर द्वारा हैक किया गया। हैक करने के बाद हैकरों ने यूपी सरकार के ट्वीटर हैंडल बॉयो और डिपी चेंज करने के साथ ही हजारों से अधिक ट्वीट कर डाले।हैकर ने कई ट्वीट भी किए हैं। साइबर विशेषज्ञों की टीम ने अकाउंट को रिकवर कर लिया है।

साइबर विशेषज्ञ हैकर की ओर से किए गए ट्वीट को हटा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में भी पुलिस एफआइआर दर्ज करेगी। अभी तक हैकर के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। यूपी गर्वनमेंट के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग के फैक्ट चेक और कांग्रेस का भी ट्विटर हैंडल हैक किया गया।

पहले हैकर्स ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डिपी बदलकर एनिमेटेड फोटो लगा दी और बायो में ऑफिशियल ट्विटर हैंडल ऑफ चीफ मिनिस्टर ऑफिस उत्तर प्रदेश (Official Twitter Handle Of Chief Minister Office, Uttar Pradesh) के जगह पर @BoredApeYC @YugaLabs लिख दिया। इस घटना के तुरंत बाद साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ली गई जिसके बाद फिर से अकाउंट को सुरक्षित किया गया। शातिर हैकर्स ने मुख्यमंत्री ऑफिस उत्तर प्रदेश के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 50 हजार से भी अधिक ट्वीट्स कर डाले थे। जिन्हें बाद में डिलीट किया गया।

वहीं पूरी घटना पर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया, “मुख्यमंत्री कार्यालय का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @CMOfficeUP को दिनांक 09 अप्रैल, रात्रि 12:30 बजे असामाजिक तत्वों द्वारा हैक करने का प्रयास किया गया था, कुछ ट्वीट पोस्ट किए थे जिसको तुरंत रिकवर कर लिया गया था। साइबर एक्सपर्ट्स द्वारा प्रकरण की जांच के बाद जिम्मेदारों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।