सोनबरसा (सीतामढ़ी)। अधवारा समूह से निकली लखनदेई नदी के तांडव ने कई गांव को अपने चपेट मे ले लिया है। कई स्थानों पर सडकें टूटी हुई है। ऊंचे स्थानों या परिचितों के घर या विधालय को अपना आशियाना बना लिया है। ऐसा ही मामला कन्हौली पंचायत के वार्ड तीन महादलित बस्ती की है, जहां दर्जनों परिवार अपने परिचित और ऊंचे स्थान पर शरण लिये हैं। हालांकि बाढ़ का पानी कम होने पर लोग अपने घरों में लौटने लगे हैं। लेकिन स्थिति अभी भी भयावह है।
आज भी इताफ धुनिया, बहादूर राम,मानकी राम, बुधाई राम, रघुनाथ राम,शकीला खातुन व अन्य परिचित के घर में शरण लिए हैं, लेकिन आज तक इन परिवारों की कोई सुधि नही ली गई। जनप्रतिनिधि द्वारा प्रशासन को सूचना दी जाती रही। एक सप्ताह में किसी कोई राहत नहीं पहुंचाया गया। लोग आज भी आस लगाये बैठै हैं।
काजल देवी, मालती देवी, इंताफ धुनिया ने बताया की हमलोगों की कोई सुधि नही ली गई और नहीं कोई राहत पहुंचाया गया है। जिला परिषद अध्य्क्ष उमा देवी ने बताया कि सीओ एवं अन्य पदाधिकारी का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया परंतु अब तक इन परिवारों को राहत सामग्री मुहैया नहीं कराया गया और नही सुधि ली गई। वहीं सीओ अशोक कुमार से इस संबंध मे जानना चाहा तो मोबाइल की घंटी बजती रही, उन्होंने मोबाईल नहीं उठाया।