- सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई से मीडियाकर्मियों को जोड़ने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. ऐप लॉन्च के मौके पर जज जस्टिस हेमंत गुप्ता ने कहा कि कोर्ट की कार्यवाही तक इस तरह मीडिया की पहुंच से पारदर्शिता बढ़ेगी. चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने कहा कि ने कहा कि ऐप लॉन्च होने के बाद मीडिया के दोस्तों को कोर्ट आने के लिए परेशान नहीं होना होगा. सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल ने बताया कि ये मोबाइल ऐप जल्द ही गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा.
सीजेआई ने इस मौके पर कहा, “सुप्रीम कोर्ट और मीडिया के बीच कोऑर्डिनेशन के लिए एक व्यक्ति को नियुक्त किया जाएगा. मुझे उम्मीद है कि मीडिया के लोग जिम्मेदारी से इस सुविधा का इस्तेमाल करेंगे.” उन्होंने कहा कि महामारी हर किसी को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा, “कोर्ट में संक्रमण का पहला मामला 27 अप्रैल 2020 को आया था. इसके बाद अब तक सुप्रीम कोर्ट के 800 स्टाफ संक्रमित हुए हैं. 6 सीनियर रजिस्ट्री स्टाफ भी पॉजिटिव हुए और 3 की मौत हो गई.”
सीजेआई रमणा ने कहा कि कोर्ट की सुनवाई में पारदर्शिता बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा, “कभी-कभी हमनें सुरक्षा कारणों से लोगों को आने से प्रतिबंधित किया है. कोर्ट की सुनवाई का लोगों तक पहुंच होना महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें पता चलना चाहिए कि इससे किस पर प्रभाव पड़ेगा या नहीं पड़ेगा. मीडिया इस सूचना को पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. कोविड ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि हम अपने परिवार के सदस्यों से अपने घर (कोर्ट) में मिलने में अयोग्य हैं. कोर्ट को वर्चुअल प्लैटफॉर्म पर लाना बहुत मुश्किल प्रक्रिया है.”
सीजेआई ने कहा, “रिपोर्टिंग में मीडिया को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. मैं भी कुछ समय के लिए पत्रकार था. उस समय हमारे पास कार या बाइक नहीं थी. उस वक्त किसी भी अतिरिक्त सुविधा नहीं लेने के लिए रेगुलेशंस थे. उन दिनों रिपोर्ट करने के लिए मैंने इन कठिनाइयों का भी सामना किया था.”