पटना, । राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Rajya Sabha Member Sushil Kumar Modi) ने बुधवार को जारी बयान में पूर्व विधायक भोला यादव (Ex MLA Bhola Yadav) की गिरफ्तारी को लेकर तमाम तथ्य सार्वजनिक किए। उन्होंने कहा है कि लालू परिवार (Lalu Prasad’s Family) की 40 से ज्यादा संपत्ति की खरीद-फरोख्त में भोला यादव ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किया है। लालू के साथ रहने वाले भोला यादव लालू परिवार के हर भ्रष्टाचार में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल रहे हैं।
गवाह के रूप में किए हैं हस्ताक्षर
कांति सिंह, रघुनाथ झा द्वारा तेजस्वी, तेजप्रताप (Tejashwi Yadav and Tej Pratap Yadav) को गिफ्ट में दिया मकान हो या लालू परिवार की अधिकांश जमीन के दस्तावेज में भोला यादव ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किया है। कोचिंग कांप्लेक्स स्टोर, राजेंद्र नगर में खलासी का काम करने वाले हृदयानंद चौधरी ने पटना शहर की 70 लाख की 7.6 डिसमिल जमीन लालू प्रसाद की 5वीं बेटी हेमा यादव (Lalu Yadav’s Daughter Hema Yadav) को दान कर दी। आखिर एक रेलवे खलासी के पास पटना शहर में 70 लाख की जमीन कहां से आई? फिर उसने लालू परिवार को दान क्यों कर दिया? विष्णु देव राय के पोते पिंटू कुमार को 2008 में पश्चिम रेलवे मुंबई में नौकरी लगी। विष्णु देव राय ने पटना की जमीन हृदयानंद चौधरी को दे दी। हृदयानंद चौधरी ने कुछ वर्षों बाद वह जमीन हेमा यादव को दान में दे दी।
सीबीआइ ने किया है गिरफ्तार
बता दें कि सीबीआइ ने रेलवे भर्ती घोटाले में बुधवार को लालू यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले भोला यादव को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही रेलवे कर्मी हृदयानंद चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया है। भोला यादव को दो अगस्त तक सीबीआइ ने रिमांड पर लिया है। इसके साथ ही जांच की आंच लालू प्रसाद की पुत्री हेमा यादव तक भी पहुंच गई है।