मऊ

सोनचिरैया की कोख से पैदा हुआ पहला पीएचडी पूत… अंधेरों को चीरने वाली “ज्योति” दिन के उजाले में ही इतराती दिखी! रिपोर्ट/ज्योति राय


 

गोरखपुर।सोनचिरैया ने आज पहली बार अपनी कोख से एक पीएचडी पूत पैदा किया है।इस घटना से जहाँ गांव-जवार का दिल बाग-बाग हो उठा है।वहीं रात के अंधेरों को चीरने वाली “ज्योति” आज दिन के उजाले में ही खुशियों से इतराती दिखीं।आखिर,ऐसा हो भी क्यों न? क्योंकि ज्योति अब उस पीएचडी पति की बीवी बन गयीं,जो फिलहाल अभी तक एक मामूली शिक्षक के रूप में मस्टराइन ही कही जाती थीं।अब तो मस्डटराइन के साथ-साथ डक्क्टटराइन भी कही जाएँगी ज्योति राय। बताया जाता है कि  महराजगंज जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र के ब्लाक बृजमनगंज क्षेत्र के सोनचिरैया गांव निवासी सुधाकर राय पुत्र श्री गिरजा शंकर राय पीएचडी कर गांव और क्षेत्र का मान बढ़ाया है। सुधाकर राय के इस उपलब्धि से गांव ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में हर्ष एवं खुशी का माहौल है। अपनी लगन और मेहनत से पीएचडी कर डॉक्टर की उपाधि लेने वाले सोनचिरैया गांव के सुधाकर राय पहले व्यक्ति हैं। इनकी इस उपलब्धि से गांव और क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा लेने की प्रेरणा मिलेगी। सुधाकर राय “‘श्री सत्य साईं प्रौद्योगिकी एवं चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय सीहोर भोपाल मध्य प्रदेश”’ से शोध निर्देशक‌‌, डॉ मुकेश चंद्र के सानिध्य में शोध विषय शिक्षा शास्त्र के शोध शीर्षक “”शिक्षकों के मनोविज्ञान शिक्षा के लिए इंटरनेट आधारित शिक्षा का सीखने की प्रभावशीलता पर प्रभाव का अध्ययन”” पीएचडी कर डॉक्टर की उपाधि प्राप्त किए। सुधाकर राय ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिताजी श्री गिरजा शंकर राय, माताजी श्रीमती चम्पा राय एवं पत्नी श्रीमती ज्योति राय, बेटियां समृद्धि एवम् आद्या तथा अपने शुभचिंतकों को दिया है।।