सोनाली फोगाट हत्याकांड मामले में बीते दिन ही इस मामले में हरियाणा की खाप पंचायतों ने 23 सितंबर तक अल्टीमेटम दिया था और 24 सितंबर से प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी थी। जिसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी इस मुद्दे पर दोबारा सीबीआइ जांच के लिए गोवा सरकार से आग्रह किया था। उन्होंने बीते दिन बयान भी दिया था कि अगर परिजन गोवा पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं होंगे तो गोवा सरकार मामले को सीबीआइ को सौंप देगी।
सोनाली फोगाट के पीए सुधीर सांगवान व सुखविंदर के खिलाफ इस मामले में हत्या का आरोप लगा था और दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने इसकी पुष्टि की है।
इस मामले में गोवा पुलिस अब तक तीन बार दोनों आरोपितों को रिमांड पर ले चुकी है और कुल 14 दिन के पुलिस रिमांड में गोवा पुलिस आरोपितों से क्या उगलवा चुकी है, इसको लेकर अभी तक कुछ भी कहने से साफ तौर पर बच रही है गोवा पुलिस।
एसएचओ से लेकर डीजीपी तक सभी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। पूछे जाने पर सिर्फ इतना कहा जा रहा है कि जांच सही दिशा में है और बार-बार सीबीआइ जांच को भी टाला जा रहा है। उधर हिसार में सोनाली के परिजन लगातार इस मुद्दे पर गोवा पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआइ जांच की मांग कर चुके हैं। इस संदर्भ में वो तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात से लेकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और आरएसएस प्रमुख को सीधा पत्र भी लिख चुके हैं।
खुद सोनाली की बेटी यशोधरा ने इस मामले में ट्वीट कर मामले की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने की मांग की है। लेकिन अभी तक गोवा सरकार इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रही थी लेकिन रविवार को इस मामले में खाप पंचायतों के दखल के बाद हरियाणा और गोवा की सरकारों को इस मुद्दे के और बिगडऩे की आशंका थी जिसके चलते इस मामले को अचानक सीबीआइ को सौंपने का फैसला किया गया है। इस मामले में अभी चार्जशीट दाखिल करना बाकी है और इसके लिए गोवा पुलिस चंडीगढ़ लैब से फोरेसिंक रिपोर्ट का इंतजार कर रही थी।