पटना

स्वास्थ्य विभाग का कोरोना कमाल- छह माह पूर्व मरे राम सिंहासन को लगाया टीका का दूसरा डोज,  प्रमाण पत्र भी निर्गत 


बहुतेरे लोगों को टीका लिये बगैर आ रहा वैक्सीनेशन का संदेश, जांच का आदेश 

मुजफ्फरपुर (मनोज)। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर टीकाकरण के आँकड़े को लेकर स्वास्थ्य विभाग इस कदर बेचैन है कि मृत लोगों को भी वैक्सीन का डोज दिलाने से बाज नहीं आ रहा। विभाग के स्तर पर इन आंकड़ों में वैसे लोग भी मिलते हैं जिन्हें अभी टीका लगना शेष है लेकिन मोबाइल पर टीका लग जाने का संदेश दिया जा रहा है। वहीं एक मामले में कांटी निवासी राम सिंहासन सिंह को टीका के दूसरे डोज पूर्ण करने और प्रमाण पत्र दिये जाने का संदेश दिया गया है जबकि उनका निधन पांच मई 2021 को ही हो चुका है।

कोरोना को लेकर जारी आपाधापी में  स्वास्थय विभाग के रोज नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं। अभी मृत व्यक्ति को छह माह बाद वैक्सीन का दो डोज़ देने का मामला सुलझा भी नहीं था कि एक और नया मामला सामने आ गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की परेशानी को बढ़ा दिया है।

मामला है कि कुछ लोगों के मोबाइल पर मैसेज आ रहा है। जिसमे लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार द्वारा आपका कोरोना जांच के लिए आपका सैम्पल ले लिया गया है। जांच का परिणाम आने तक आप अपने परिवार के लोगों से अलग रहे। यानी क्वॉरेंटाइन में रहे। जांच का परिणाम आने पर आपको सूचित किया जाएगा। इतना ही नहीं केस आईडी भी दिया गया है। अब जिन जिन लोगों को ये मैसेज आ रहे हैं। वे भी परेशान हैं कि बिना सैम्पल दिए आखिर ये मैसेज कैसे आ रहा है।

एक नम्बर और दो मैसेज

शेरपुर के भूषण शर्मा ने बताया कि उनके मोबाइल नम्बर पर दो बार मैसेज आया। जिसमे सैंपल लिए जाने की बात है। जबकि वे और उनके परिवार के सभी सदस्य कोरोना वैक्सीन का दोनों डोज़ ले चुके हैं और अभी कोई सैम्पल नहीं दिया है। मैसेज में एक नाम बबन मांझी और दूसरा अनिता देवी है। जबकि उक्त दोनों व्यक्ति को वे पहचानते भी नहीं है। फिर उनके नम्बर पर दूसरे नाम के लोगों का मैसेज कैसे आ रहा है। यह समझ से परे है। इसकी शिकायत उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से करने की बात कही है।

सिविल सर्जन ने कहा जांच करेंगे

सीएस डॉ. विनय शर्मा ने कहा कि बिना सैंपल दिए मैसेज तो नहीं आता है। जबतक कोई व्यक्ति अस्पताल में जाकर सैम्पल नहीं देगा। उसका नाम और नम्बर रजिस्टर्ड नही होता है। तब तक मैसेज नहीं आता है। अगर किन्हीं को ऐसे मैसेज आ रहे हैं तो उन्हें बताएं। इसकी जांच की जाएगी। गड़बड़ी किस स्तर से और कैसे हो रही है। इसका पता कर कार्रवाई की जाएगी।