जल्दी लंपी बीमारी पर लग जाएगी रोक
योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने देशभर में गायों में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए इसकी दवाई का भी दावा किया। बाबा रामदेव ने कहा कि लंपी बीमारी (Lumpy Disease) से मौत होने वाली गौ माताओं की आंकड़े में तेजी से कमी आ रही है और जल्दी इस बीमारी पर रोक लग जाएगी।
डेंगू को लेकर नहीं होना चाहिए भयभीत
योगगुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने तेजी से बदल रहे मौसम में पांव पसार रहे डेंगू के बारे में कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए पतंजलि ने बड़ा रिसर्च किया है। जिसमें आया है कि गिलोय, एलोवेरा, वेदा ग्रास, अनार और पपीते का पंचामृत रामबाण है और लोगों को डेंगू को लेकर ज्यादा भयभीत नहीं होना चाहिए।
जीवन में बदलाव लाती है श्रीमद्भावगत कथा
योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा साक्षात श्री हरि की वाणी है। अज्ञान का अथाह भण्डार श्रीमद् भागवत कथा को जितना ग्रहण करो, जिज्ञासा उतनी ही बढ़ती जाती है। भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव महाराज ने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन और श्रवण सदैव कल्याणकारी होता है।
बाबा रामदेव ने कहा कि आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज के सानिध्य में विनोद धारीवाल और विला धारीवाल ने श्रीमद्भावगत कथा का आयोजन कर सराहनीय कार्य किया है। स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि सदैव कल्याण करने वाली श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण व दर्शन का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है।
कथा का श्रवण कर करें अपने जीवन को पवित्र
इसलिए इस अवसर का लाभ उठाते हुए कथा का श्रवण कर अपने जीवन को पवित्र करें। उन्होंने कहा कि कथा श्रवण का लाभ तभी है जब कथा से मिले ज्ञान को जीवन व्यवहार में शामिल कर निंरतर हरि स्मरण करते हुए मानव कल्याण में योगदान करें।
- कथा के यजमान हांगकांग निवासी विनोद धारीवाल एवं विला धारीवाल ने व्यास पीठ का पूजन व आरती कर संत महापुरूषों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथा व्यास आचार्य राजेश कृष्ण, स्वामी यतीन्द्रानंद, स्वामी ललितानंद गिरी, महंत रामानंद पुरी सतपाल ब्रह्मचारी, महंत प्रहलाद दास, महंत रामानंद सरस्वती, स्वामी निरंजन महाराज, राजमाता आशा भारती महाराज, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, महंत नवलकिशोर दास, आचार्य मनीष जोशी, अशोक गोस्वामी, दीपक शर्मा, सुरेश पुरी, महेश योगी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।