- दिल्ली हाईकोर्ट ने स्कूल द्वारा आयोजित आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर कक्षा 10 वीं की बोर्ड परीक्षा 2021 के अंकों के सारणीकरण के लिए नीति में संशोधन की मांग करने वाली याचिका पर सीबीएसई, केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। दरअसल हाल ही में न्यायालय में विद्यालय द्वारा आयोजित आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर कक्षा 10वीं का अंतिम परिणाम तैयार करने वाली नीति में संशोधन की मांग करने वाली याचिका दायर की गई थी। अब न्यायालय द्वारा सीबीएसई, केंद्र और दिल्ली सरकार से इस पर जवाब मांगा गया है।
इससे पहले सीबीएसई बोर्ड ने अंकों के सारणीकरण के लिए कार्यक्रम में संशोधन किया था। स्कूलों के पास आंतरिक मूल्यांकन के अंक जमा करने के लिए 30 जून तक का समय है। बोर्ड ने कहा था कि आगे की गतिविधियों के लिए रिजल्ट कमिटी द्वारा निर्णय लिया जाएगा। बोर्ड द्वारा आने वाले दिनों में रिजल्ट की तारीख की घोषणा की जा सकती है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे हर अपडेट के लिए सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.nic.in समय-समय पर विजिट करते रहें।
सीआईएससीई ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द की
वहीं सीआईएससीई ने कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया है। यह जानकारी बोर्ड के सचिव गेरी अराथून ने दी। अराथून ने कहा, ”परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। वैकल्पिक आकलन मानकों की जल्द घोषणा की जाएगी।” काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआईएससीई) का निर्णय सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने की तर्ज पर लिया गया है। सीबीएसई परीक्षाओं का रद्द करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक के दौरान लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों के हित में यह निर्णय किया गया है और छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की चिंताओं का अंत किया जाना जरूरी है। सीआईएससीई ने पिछले हफ्ते संबद्ध स्कूलों से छात्रों के 11वीं कक्षा और इस सत्र के दौरान 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों का औसत मुहैया कराने के लिए कहा था। परीक्षाएं चार मई से होने वाली थीं