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24 घंटे में दो बार हमला, ईडी अधिकारियों के सिर फोड़े; तीन FIR दर्ज… अब तक क्या-क्या हुआ?


कोलकाता। बंगाल में 24 घंटे के भीतर ही एक बार फिर ईडी पर हमला हुआ है। राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी द्वारा कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले में शुक्रवार देर रात बनगांव नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन तथा टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार कर ले जाने के दौरान यह घटना हुई है।

ईडी के अधिकारी जब तृणमूल नेता को गिरफ्तार कर ले जा रहे थे, तब उनके समर्थकों ने केंद्रीय एजेंसी के वाहनों पर पथराव किया तथा तोड़फोड़ की। महिलाओं को सामने रखकर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

टीएमसी नेता के घर छापेमारी के दौरान हुआ हमला

बता दें कि कल जिले के संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर उनके समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इस घटना में केंद्रीय एजेंसी के तीन अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने कहा है कि बनगांव में संदेशखाली की तरह ही सुनियोजित तरीके से हमला किया गया है। अगर केंद्रीय बल के जवान सतर्क नहीं रहते तो, उसके अधिकारी फिर जानलेवा हमले का शिकार हो जाते।

संदेशखाली की घटना में केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि टीएमसी नेता के उकसावे पर हत्या करने के उद्देश्य से उसके अधिकारियों पर हमला किया गया था। ईडी ने डीजीपी और एसपी को हमले के फुटेज के साथ ईमेल से शिकायत की है।

पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की

पुलिस ने संदेशखाली हमले के मामले में तीन एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने इस घटना में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तार किया है। कई लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, दूसरी ओर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के केयरटेकर की ओर से केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।

शिकायत में कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसी ने बिना वारंट के यह तलाशी अभियान चलाया था। इधर, ईडी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। वहीं, हमले की घटनाओं के मद्देनजर कोलकाता में ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

टीएमसी नेता ने खोली थी फॉरेक्स कंपनी

ईडी ने शुक्रवार देर रात 17 घंटे की पूछताछ के बाद टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार किया। केंद्रीय एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी नेता के घर से 8.30 लाख रुपये नकदी बरामद की गई है। इसके अलावा, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो राशन घोटाले से जुड़े हुए हैं।

ईडी सूत्रों से पता चला है कि टीएमसी नेता शंकर आढ्य की फॉरेक्स कंपनी है, जिसके जरिए काली कमाई को सफेद किया जाता था। हवाला के जरिए रुपये का लेनदेन होता था। शंकर राशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का काफी करीबी बताया जा रहा है।

पुलिस की मदद के बिना नहीं हो सकता हमला: कांग्रेस

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पुलिस की मदद के बिना यह हमले नहीं हो सकते। केंद्रीय एजेंसी पर हमला काफी गंभीर मामला है, लेकिन प्रदेश की मुखिया ममता बनर्जी चुप्पी साधे हुई हैं। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि ईडी पर दोबारा हमला बता रहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। राज्य में गणतंत्र की हत्या कर दी गई है।

भ्रष्ट टीएमसी नेताओं के उकसावे पर इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। माकपा नेता बिकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।