पटना

65 साल के बुजुर्ग की मौत के बाद नही मिला कोई कंधा देने वाला


      • मुखिया पति ने स्वयं समर्थको के साथ बुजुर्ग की लाश को एम्बुलेंस में रखवाया
      • कोरोना के भय से आसपास के लोगो ने शव को नही लगाया हाथ
      • बुजुर्ग की मौत के बाद अपने भी भाग खड़े हुए तब मुखिया पति रॉकी कुमार ने मदद पहुंचाई

फुलवारी शरीफ। पटना के संपतचक प्रखण्ड में कनौजी कछुआरा पंचायत के कृषि विहार कोलोनी ब्रह्मपुर में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की स्वाभाविक मौत हो गयी। बुजुर्ग बालेश्वर प्रसाद पिता प्रसादी महतो के घर मे उनकी पत्नी के अलावा कोई अन्य सदस्य मौजूद नही था। ऐसी स्थिति में कोरोना से मौत की अफवाह में आसपास के कोई लोग जब शव को हाथ लगाने से परहेज करने लगे तब जिला प्रशासन को सूचना मिली।

सम्पत चक बीडीओ उषा देवी जो खुद ही कोरोना संक्रमित हैं, उन्होंने इसकी जानकारी भेलवाडा दारियापुर पंचायत मुखिया नीतू देवी के पति सामाजिक कार्यकर्ता रॉकी कुमार को दी। रॉकी कुमार ने अपने समर्थकों की मदद से कृषि विहार कोलोनी ब्रह्मपुर में उस मृतक बुजुर्ग बालेश्वर प्रसाद के घर रविवार रात करीब पौने आठ बजे पहुंचे और मानवता का परिचय देते हुए बुजुर्ग बालेश्वर प्रसाद के शव को कंधा देकर एम्बुलेंस तक पहुंचाया। इसकी चर्चा इलाके में हुई और मुखिया पति रॉकी कुमार की लोगों ने खूब तारीफ की।

देर रात जिला प्रशासन की एम्बुलेंस लेकर टीम पहुंची तब पड़ोसियों ने बताया कि बुजुर्ग की मौत के बाद उनके परिवार के सदस्य भाग खड़े हुए। मृतक बालेश्वर प्रसाद के घर खेमनी चक के मृत्युंजय प्रसाद सोनू कुमार मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन की टीम को मदद करने आगे बढ़े। वहां एम्बुलेंस चालक बेतिया निवासी मजरे आलम व सहयोगी समस्तीपुर के बिन्दन कुमार भी शव को ले जाने के लिए मौजूद रहे।

मुखिया पति के मित्र फुलवारी शरीफ निवासी रोजेदार परवेज आलम और खेमनी चक के मृत्युंजय प्रसाद सोनू कुमार के साथ मुखिया पति रॉकी कुमार ने बुजुर्ग बालेश्वर प्रसाद के शव को उठाकर एम्बुलेंस में रखवाया। इसके बाद एम्बुलेंस से शव जिला प्रशासन ने दाह संस्कार के लिए लेकर चली गयी। मुखिया पति रॉकी कुमार के इस साहसिक कार्य की चहुंओर सराहना हो रही है।