नई दिल्ली, । हत्याएं… मौत की धमकी… का सिलसिला भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान को समर्थन देने वालों के लिए शुरू है। नेता के बयान को समर्थन देते ही उन्हें आनलाइन धमकी मिल रहीं हैं। इस क्रम में पुलिस सक्रिय है और कई लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। बता दें कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने एक बयान दिया था। इसके बाद देश भर में हंगामा शुरू हो गया। यहां तक की नुपुर शर्मा के समर्थन में बोलने वालों की या तो हत्या कर दी गई या फिर इन्हें मौत की धमकियां दी जा रहीं हैं। इस क्रम में अमरावती में 21 जून को ही एक केमिस्ट की हत्या कर दी गई थी। इसके एक हफ्ते बाद ही उदयपुर में दर्जी की बर्बर हत्या हुई। इसके बाद नुपुर शर्मा को हत्या की धमकी देने वाले सलमान चिश्ती को अजमेर में गिरफ्तार कर लिया गया।
सलमान चिश्ती गिरफ्तार
अजमेर पुलिस (Ajmer Police) ने मंगलवार रात भाजपा की निलंबित नेता नुपुर (Nupur Sharma) के खिलाफ कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के आरोप में अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती (Salman Chishti) को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में सलमान चिश्ती से पूछताछ की जा रही है। आरोपित सलमान ने नुपुर शर्मा की हत्या करने वाले को अपना घर देने की बात कही थी और नशे की हालत में विवादित टिप्पणी की थी। भड़काऊ वीडियो में सलमान चिश्ती नूपुर का सिर खुलेआम कलम करने की धमकी भी दे रहा था।
उदयपुर में दर्जी मर्डर केस में चार की गिरफ्तारी
राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या मामले में राजस्थान पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कन्हैयालाल हत्याकांड से जुड़ी आपराधिक साजिश में दोनों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अब तक दो मुख्य आरोपियों के साथ कुल 4 गिरफ्तार हो चुके हैं। दर्जी की हत्या करने वाले दो आरोपियों की पहचान रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद के तौर पर की गई थी। हत्या के बाद आरोपियों ने आनलाइन वीडियो पोस्ट किया था जिसमें कन्हैयालाल का सिर काटकर हत्या करने का दावा है। दोनों आरोपियों को राजसमंद के भीम इलाके से गिरफ्तार किया गया था। मामले में राजस्थान पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। दोनों कन्हैयालाल की हत्या के लिए साजिश बनाने में शामिल थे। इनकी पहचान मोहसिन और आसिफ के रूप में हुई है।
अमरावती में केमिस्ट मर्डर मामले में सात गिरफ्तार
नुपुर शर्मा के विवादित बयान का समर्थन करने पर सबसे पहली हत्या महाराष्ट्र के अमरावती में हुई। यहां एक केमिस्ट उमेश कोल्हे पर धारदार हथियार से हमला किया गया था जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मामले में सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इनमें से एक युसुफ खान है जो पीड़ित का करीबी था। पुलिस का दावा है कि यही वो शख्स है जिसने उमेश कोल्हे के पोस्ट को मुस्लिम ग्रुप में वायरल किया था । बता दें कि उमेश कोल्हे और युसुफ खान मित्र थे और एक ही व्हाट्सग्रुप में भी थे। लेकिन जिस शख्स इरफान शेख ने हत्या की वो अब तक फरार है ।