पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से वांदकपोरा में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली। सूचना के आधार पर जम्मू कश्मीर पुलिस के एसओजी के जवान, सेना के साथ इलाके में पहुंचे और आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी। सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देख आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर अचानक से फायरिंग शुरू कर दी। यह तो गनिमत है कि आतंकवादियों द्वारा की गई फायरिंग में कोई भी जवान घायल नहीं हुआ। जवानों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन ली और आतंकवादियों पर जवाबी फायर करना शुरू कर दिया। इलाकेे में दो से तीन आतंकवादियों के मौजूद होने की संभावना जताई जा रही है।
एडीजीपी विजय कुमार ने बताया कि वादकपोरा में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों में कैसर कोका भी शामिल था। वर्ष 2018 से कश्मीर घाटी में सक्रिय कैसर कई आतंकवादी हमलों में शामिल रह चुका था। सुरक्षाबलों ने उसे आत्मसमर्पण करने का मौका भी दिया परंतु दोनों ही आतंकी हथियार न डाल सुरक्षाकर्मियों पर लगातार फायरिंग कर रहे हैं। जवाबी फायरिंग में सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया।
पुलिस ने बताया कि कैसर कोका का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता है। कैसर के मारे जाने से जैश-ए-मोहम्मद को काफी क्षति पहुंची है। वहीं एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान इसी तरह जारी रहेगा। कश्मीर में अशांति फैलाने वाले किसी भी आतंकवादी को छोड़ा नहीं जाएगा।