नई दिल्ली, । Droupadi Murmu Becomes The 15th President of India: राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने बृहस्पतिवार को तीसरे दौर की मतगणना के बाद कुल वैध मतों का 50 फीसद का आंकड़ा पार कर लिया। इसके साथ ही उनके राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होने का रास्ता साफ हो गया है। राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को 812 वोट मिले जबकि यशवंत सिन्हा को 521 मत प्राप्त हुए।
सभी वोटों की गिनती के बाद उनकी जीत की आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है। मुर्मू को पहले ही 5,77,777 वोट मिल चुके हैं, जो 18 जुलाई को हुए चुनाव में डाले गए कुल वैध वोटों के आधे से अधिक हैं। रिटर्निंग अधिकारी पीसी मोदी ने घोषणा की कि मुर्मू को पहले ही कुल वैध वोटों का 53 प्रतिशत से अधिक प्राप्त हो चुका है। 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मतों की गिनती अभी चल रही है। अब तक के हर दौर की मतगणना में मुर्मू को दो तिहाई से ज्यादा वोट मिले हैं।
राज्यसभा महासचिव ने बताया कि तीसरे दौर की मतगणना में कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, ओडिशा और पंजाब शामिल हैं। इस दौर में कुल वैध मत 1,333 हैं जिनकी कुल वैल्यू 1,65,664 है।
पीएम मोदी ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए कहा- आज भारत ने इतिहास लिखा है। जब भारत आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तो पूर्वी भारत के सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से उनके आवास पर मुलाकात की। जेपी नड्डा ने कहा- जनजातीय समाज की महिला का राष्ट्रपति पद तक पहुंचना, देश के लिए स्वर्णिम क्षण है।
इसके साथ ही विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी। उन्होंने कहा- मैं राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति चुनाव में इस बढ़त पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मूं गांव, गरीब, वंचितों के लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत की देन है कि वह आज उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंची हैं।
इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू के पैतृक स्थान ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर के महुलडीहा में लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। रायरंगपुर के महुलडीहा स्थित उनके आवास के बाहर ढोल, नगाड़े की धुन पर पारंपरिक वेशभूषा में लोग नाच-गा रहे हैं।
मालूम हो कि देश के 15वें राष्ट्रपति के लिए 18 जुलाई को हुए चुनाव में सांसदों और विधायकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। यह देश का 16वां राष्ट्रपति चुनाव रहा जिसमें मतदाता सूची में शामिल 4,796 सांसदों एवं विधायकों में से 98.9 प्रतिशत ने वोट डाले थे। कई राज्यों में विपक्षी दलों के विधायकों ने पार्टी लाइन से हटकर मुर्मू के पक्ष में वोटिंग किया था। बताया जाता है कि आठ सांसद रहे मतदान से अनुपस्थित रहे थे। सूत्रों ने कहा कि विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने मुर्मू के समर्थन में क्रास वोटिंग की है।