केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को इस मुद्दे पर एक प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा, ‘कल आपने एक दृश्य देखा होगा कि ईडी ने पश्चिम बंगाल के एक मंत्री के करीबी दोस्त के घर से 21 करोड़ रुपये नगद और सोना बरामद किया है। इस व्यक्ति की वहां की मुख्यमंत्री ममता जी ने उनके अच्छे कामों की काफी बार प्रशंसा भी की है। आज हमें उस अच्छे काम का पता चला जिसका वह जिक्र कर रही थीं।’
विरोधी दलों पर निशाना
भाजपा नेता ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल उठाने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस तरह झारखंड में, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी से, महाराष्ट्र के एक मंत्री जिसने हजारों करोड़ रुपये की बेनामी संपत्तियां अर्जित की हैं। केरल के मुख्यमंत्री स्वयं सोने की स्मगलिंग में फंसे हुए हैं और कांग्रेस के नेता जो अचानक रहस्यमय तरीके से जमीन के मालिक बन गए। इन सबमें एक समान बात यह है कि ये सब जांच एजेंसियों और जांच अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए जुलूस के साथ निकलते हैं।
‘चोर शोर क्यों मचा रहा है’
राजीव चंद्रशेखर ने आगे कहा कि विपक्षी दल सियासी आरोप लगाकर फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच पर चोर शोर क्यों मचा रहा है। चोरी की सच्चाई सामने ना आए इसलिए आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ईडी और अन्य जांच एजेंसियां अब तक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति को जब्त कर चुकी है। हम उन नेताओं के पाखंड को बेनकाब करना चाहते हैं जो जांच एजेंसियों को डराने और जांच की प्रक्रिया को पटरी से उतारने की पूरी कोशिश करते हैं।