बाढ़ की त्रासदी के लिए जलवायु परिवर्तन को दोष दिया जा रहा है। इसके कारण 10 बिलियन डालर का नुकसान हो चुका है और करीब 33 मिलियन लोगों को इस त्रासदी ने प्रभावित किया है। इससे करीब 10 बिलियन डालर का आर्थिक नुकसान हुआ है।
मंचर झील ने बढ़ाया संकट
सिंध स्थित पाकिस्तान की सबसे बड़ी मंचर झील के ओवरफ्लो होने से उससे सटे क्षेत्रों में खतरा और बढ़ गया। दो दिन पहले नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि पानी सेहवान एयरपोर्ट के पास पहुंच गया। जोही और मेहर कस्बे में बांधों पर दबाव बढ़ गया, किनारे फटने की कगार पर हैं। ओवरफ्लो हो रहे झील में कट लगाकर पानी निकासी की कोशिश की गई, लेकिन आसपास के क्षेत्रों में खतरा बना हुआ है। इसके चलते करीब एक लाख लोग अपना घर छोड़ने को विवश हो गए।
और खराब हो सकती है बाढ़ की स्थिति- UNHCR
पाकिस्तान में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने करीब एक तिहाई इलाके को अपनी जद में ले लिया है। इस बीच,संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी UNHCR ने पाकिस्तान के मौसम विज्ञानियों के हवाले से चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में और बारिश की आशंका है, जिससे बाढ़ की स्थिति खराब हो सकती है। UNHCR के एशिया और प्रशांत के निदेशक इंद्रिका रातवाटे ने कहा कि हम लोग बाढ़ की स्थिति खराब होने की आशंका से डरे हुए हैं। इससे बाढ़ से सहायता में जुटे कर्मियों की चुनौती बढ़ सकती है