भदोही, ज्ञानपुर

भदोही दुर्गा पंडाल अग्निकांड: तीन घायल करा रहे थे झोलाछाप से इलाज, सेफ्टी मानकों का ख्याल रखें दुर्गा पूजा/रामलीला के व्यवस्थापक


हाईलाइट्स-

ज्ञानपुर/औराई (भदोही)। भदोही दुर्गा पूजा पंडाल अग्निकांड से जुड़ी बड़ी लापरवाही सामने आई है। हादसे में घायल तीन पेशेंट झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे थे। हालत बिगड़ने पर वह सामने आए, डीएम ने सूर्या ट्रामा सेंटर औराई में तीनों को भर्ती करा दिया है। फिलहाल उसमें से दो को जीवनदीप हॉस्पिटल भदोही में शिफ्ट करने की तैयारी है। डीएम ने इलाज कर रहे झोलाछाप चिकित्सकों पर कार्रवाई का निर्देश भी सीएमओ को दे दिया है। इस मामले में परिजनों की लापरवाही एवं स्थानीय प्रशासन की सक्रियता पर भी सवाल उठ खड़ा हुआ है। फिलहाल अग्निकांड में झुलसे कुल 78 लोगों में 6 घायलों की दर्दनाक मौत हो चुकी है जबकि 72 घायल अभी भदोही, वाराणसी, प्रयागराज के हॉस्पिटलों में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं। जिनमें 15 से ज्यादा की हालत नाजुक बताई जा रही है। वाराणसी के दीनदयाल अस्पताल में भर्ती 9 लोगों में तीन की हालत बिगड़ गई है, उन्हें बीएचयू शिफ्ट किया जा रहा है। पुलिस ने दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष बच्चा यादव समेत कई अज्ञात सदस्यों पर मुकदमा दर्ज किया है। इलेक्ट्रिक मैकेनिक से पूछताछ की गई है। उधर एसआईटी टीम की प्राथमिक जांच में हाईलोजन गर्म होने पर प्लास्टिक पिघलने से आग लगने की बात सामने आई है। दूसरी तरफ हृदय विदारक घटना में मृतकों के परिजनों के बीच जहां कोहराम मच गया है वहीं हास्पिटल्स में भर्ती घायलों के परिजनों को डर सता रहा है। उधर हमेशा की तरह घटना के बाद प्रशासन जाग गया है। दुर्गा पूजन का कार्यक्रम तो लगभग बीत गया। जगह-जगह रामलीला के कार्यक्रम चल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर सेफ्टी मानकों का एक लंबा पैमाना व्यवस्थित करने हेतु सूची जारी किया है।

खबर विस्तार से-

1- भदोही जिले के औराई दुर्गा पूजा पंडाल अग्नि दुर्घटना में झुलसे तीन मरीज संजय पाल 33 वर्ष, हर्ष 2 वर्ष तथा श्रुति 7 वर्ष का उनके परिजन किसी झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करा रहे थे। इलाज में सुधार न होने व स्थिति बिगड़ने पर वह प्रशासन के सामने आए। जिस पर जिलाधिकारी गौरांग राठी ने तत्काल उनको सूर्या ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया, जहां पर उनका उपचार किया जा रहा है। इनमें से दो मरीजों को जीवनदीप हॉस्पिटल में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। वहीं डीएम ने इलाज कर रहे झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई का सीएमओ निर्देश दिया है। डीएम ने कहा कि इलाज खर्च में दिक्कत नही आएगी। इतने बड़े दुर्घटना के मामले में जहां एक ओर परिजनों की बड़ी लापरवाही सामने आई है वहीं प्रशासन की सक्रियता की भी पोल खुली है।
वहीं रविवार रात 9 बजे भदोही के औराई थाने के पास दुर्गा पूजा पंडाल में हुए अग्नि दुर्घटना में झुलसे 78 लोगों में बीएचयू में भर्ती शिवपूजन नामक 70 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। हादसे में 03 बच्चों, 02 महिलाओं समेत अब तक कुल 06 लोगों की मौत हो चुकी है। तो अभी 72 घायलों का इलाज चल रहा है। भदोही के हॉस्पिटल में 24, वाराणसी में 41 जबकि प्रयागराज में 04 पेशेंट भर्ती है। वहीं एसआईटी टीम ने प्राथमिक जांच में हाईलोजन लाइट गर्म होने पर प्लास्टिक गलने से पंडाल में आग लगने का कारण बताया है।
वाराणसी की फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल से साक्ष्य संकलित कर आग लगने की वजहों की जांच कर रही है। बता दें कि पंडाल में सिल्वर रंग की पन्नी व थर्माकोल इत्यादि के ज्यादा इस्तेमाल के चलते आग ने तुरंत उग्र रूप धारण कर लिया। गुफानुमा केवल एक गेट होने से लोग भाग भी नही सके। कुछ पुरुषों ने पर्दे फाड़कर बगल तालाब में कूदकर जान बचाने में कामयाब रहे। औराई थाना महज सौ मीटर पर है, दमकल वाहन भी वहीं होते हैं लेकिन करीब 20 मिनट में जब तक राहत कार्य शुरू हुआ लोग इस दर्दनाक हादसे में झुलस गए थे तो पंडाल खाक हो चुका था। हालांकि इस अगलगी में कई मूर्तियों पर आंच तक नही आई। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने औराई थाने में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रदीप उर्फ बच्चा यादव सहित कई अज्ञात सदस्यों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

2- जिलाधिकारी ने जनपद वासियों से अपील किया कि दुर्घटना में झूलसे जो भी मरीज/पीड़ित झोलाछाप डॉक्टर या प्राइवेट में इलाज करा रहे हैं ,वे अविलम्ब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औराई या जिला चिकित्सालय में एडमिट हो जाएं। वहां पर प्रशासन की निगरानी में उनका बेहतर व समुचित सुविधाओं के साथ इलाज कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने मरीजों व परिजनों को भरोसा दिलाया कि उनके बेहतर से बेहतर इलाज के लिए वे हर संभव प्रयास के लिए तैयार है । जिलाधिकारी ने अपना मोबाइल नंबर 9454417568 साझा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी 8005192693 व औराई उप जिला अधिकारी 9454416832 का मोबाइल नंबर भी साझा किया। जिससे कोई भी पीड़ित/ मरीज के परिजन किसी भी समस्या के लिए तत्काल संपर्क कर सकें। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी प्रभावित गांवों में पुलिस और प्रशासन की टीमें प्रधान के माध्यम से और घरों में जा -जा कर चेक कर रही हैं कि कोई भी अगर कम प्रभावित व्यक्ति भी है तो वह भी समुचित इलाज से वंचित न रह जाए। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील किया कि वें सुनिश्चित करें कि किसी भी मरीज से न केवल आप भी ना मिले बल्कि औरों को भी जाने से रोकें। डॉक्टर का सपोर्ट करना है बाकियों को रोकने में। जाकर सिर्फ तीमारदारों और परिवारजनों से मिलें।उनका दवाई वगैरह का खर्चा किस प्रकार से चल रहा है उसके बारे में जानकारी ले और अगर कुछ एक तत्काल जरूरत है तो वह मदद कर दें। ऐसी सभी जरूरत पूरा करने में जो खर्च आया है उसका भुगतान मेरे द्वारा जिलाधिकारी स्तर से किया जाएगा। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को झुलसे मरीजों की इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध कार्यवाई करने का निर्देश दिया।

3- एसपी भदोही डॉ. अनिल कुमार की दुर्गा पूजा पण्डाल एवं रामलीला मंचन पाण्डाल व्यवस्था/निर्माण के संबंध में सभी आयोजकगण से विशेष अपील*

1. पाण्डाल में अग्नि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हो ,जिसमें पानी भरा ड्रम/बाल्टी, मिट्टी/रेत भरी बाल्टी, अग्निशामक यंत्र अवश्य उपलब्ध हो।
2. पाण्डाल अधिक से अधिक खुला हो जिसमें आने-जाने वाले रास्ते को अनावश्यक रूप से सकरा कर के गुफा नुमा या बंद करके न बनाएं।
3. पाण्डाल और रास्ता अधिक से अधिक खुला हो जिसमें एक से अधिक प्रवेश व निकास के रास्ते हो।
4.पाण्डाल निर्माण में ज्वलनशील पदार्थ जैसे प्लास्टिक, थर्माकोल आदि का उपयोग न हो।
5.आरती और पूजा के दौरान ज्वलनशील पदार्थों के उपयोग में अत्यंत सावधानी बरतें । एवं
6.शॉर्ट सर्किट से बचाव हेतु पूजा पाण्डाल एवं रामलीला मंचन पाण्डाल की इलेक्ट्रिक फिटिंग/वायरिंग प्रॉपर रूप में हो।

4- हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों पर गमों पर पहाड़ टूट पड़ा है। एक पूर्व प्रधान की पत्नी समेत उनके घर के तीन लोग इस दर्दनाक हादसे की भेंट चढ़ गए। परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है, उनके करुण क्रंदन को देख ग्रामीण भी अपने आंसू नही रोक पा रहे हैं। घटना ने तीन मासूमों की जिंदगियां भी निगल ली।

हादसा अपडेट ( 04 अक्टूबर, 07:30 प्रातः)

कुल-69 भर्ती (भदोही में 24, प्रयागराज में 04 व वाराणसी में 41)

*मृतकों की सूची- 06*

1.अंकुश सोनी उम्र 12 वर्ष (सीएचसी औराई में मृत्यु)
2.जया देवी उम्र 45 वर्ष (कबीर चौरा अस्पताल वाराणसी में मृत्यु)
3.नवीन उम्र 10 वर्ष (कबीर चौरा अस्पताल वाराणसी में मृत्यु)
4.आरती देवी उम्र 48 वर्ष (बीएचयू वाराणसी में मृत्यु)
5.सूजल उम्र 08 वर्ष (ग्राम बारी में मृत्यु)
6.शिवपूजन उम्र 70 वर्ष (बीएचयू वाराणसी में मृत्यु)