उडुपी (कर्नाटक: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम में शामिल होते हुए निरक्षरता को गरीबी और बेरोजगारी का मुख्य कारण बताया। उन्होंने उडुपी में मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने कहा कि, जब वो शिक्षा की बात करते हैं तो उनका मतलब थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल दोनों से होता है। हमें सिर्फ ज्ञानी ही नहीं बनना है बुद्धिमत्ता होनी भी जरूरी है।
Related Articles
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की मांग- कोरोना दवाओं को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अधिसूचित करे केंद्र
Post Views: 288 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखकर कोविड-19 संक्रमण के प्रबंधन के लिए आवश्यक दवाओं को आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत अधिसूचित करने का अनुरोध किया है। श्री बघेल ने कल भेजे गए पत्र में लिखा हैं कि आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 अंतर्गत औषधियों को […]
दिल्ली-NCR के स्कूलों में बम की धमकी भेजने के पीछे कौन? सामने आया रूसी कनेक्शन
Post Views: 54 नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के पब्लिक स्कूलाें को ईमेल भेजकर बम से उड़ाने की धमकी दिए जाने का सिलसिला जारी है। दिल्ली फायर सर्विस की मानें तो अब तक विभाग के पास 100 स्कूलों से धमकी मिलने की शिकायतें मिल चुकी हैं। रशियन सर्वर की मदद से भेजे जा रहे ई-मेल सुबह से […]
नीति आयोग ने जारी की एसडीजी 2020-21 रिपोर्ट, केरल फिर अव्वल और बिहार फिर फिसड्डी
Post Views: 434 नई दिल्ली । नीति आयोग ने सतत विकास लक्ष्यों एसडीजी इंडिया इंडेक्स एंड डेशबोर्ड 2020-21 के तीसरे संस्करण को जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक केरल एक बार फिर से इसमें नंबर वन के स्थाान पर काबिज है। वहीं बिहार पहले की ही तरह इस सूची में सबसे नीचे है। इसका […]