इटावा, । सपा संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होने है। भाजपा और सपा की इस सीट पर कांटे की टक्कर है। बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस सीट पर अपने अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए एक के बाद एक जनसभाएं कर रहे हैं। अखिलेश ने आज जसवंतनगर विधान सभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया। वहीं सीएम योगी भी आज मैनपुरी में जनसभा को संबोधित करेंगे।
सपा कार्यकर्ताओं के यहां छापे मार रही है पुलिस
पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस वाले सपा कार्यकर्ताओं के यहां छापे मार रहे हैं। अगर आपको भी पकड़ने आएं तो उनसे भी डिंपल यादव के लिए मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में वोट मांग लेना। वे जसवंतनगर विधान सभा के राय नगर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस वालों से कहना कि नेताजी मुलायम सिंह यादव ने सेना के लोगों की मदद की थी आप लोग भी डिंपल की मदद करें। उन्होंने आह्वान किया कि इस क्षेत्र के लोग नेताजी को वोट देकर सच्ची श्रद्धांजलि दें।
अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर कसा तंज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनको झूला कहा जा रहा है जबकि चाचा को पेंडुलम हालात यह है कि भाजपा वाले खीजे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अकेले मुख्यमंत्री नहीं खिसिया रहे बल्कि उनके दो डिप्टी सीएम भी खिसियाए हुए हैं। जो जनता के काम नहीं कर रहे हैं। अगर कर रहे होते तो उन्हें अधिकारियों व पुलिसबल की जरूरत न होती। चाचा ने पूरी राजनीति नेताजी से सीखी है। ऐसा झूला झुलाएंगे कि पता नहीं चलेगा कहां गए। उन्होंने कहा कि चाचा की सुरक्षा वापस ले ली, चाचा खुद ही सक्षम हैं।
भाजपा सरकार में महंगाई छू रही आसमान- अखिलेश
भाजपा ने महंगाई बढ़ाई है और लोगों को चना बांट कर धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी बन गई है। सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की छापामारी व धमकियों से समाजवादी डरने वाले नहीं हैं। प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आज महंगाई चरम पर है। लोग घर गृहस्थी चलाने में असमर्थ हैं। ज्यादा से ज्यादा मतदान करें और डिंपल यादव को भारी मतों से जिताएं। वर्ष 2024 में हम और अखिलेश मिलकर उत्तर प्रदेश में भाजपा का सफाया करेंगे। 2024 में अगर पार्टी मजबूत होगी तो हो सकता है कि वर्ष 2027 से पहले प्रदेश सरकार चली जाए।