Post Views: 743 डी. भानू बहुतसे भारतीयोंकी यह गलत धारणा है कि अमेरिकी राष्ट्रपतिके पास असीमित शक्तियां होती हैं और एक भारतीय प्रधान मंत्रीको नियंत्रणों और संतुलनोंके बीच काम करना होता है। सचाई इससे बिलकुल उलट है। अमेरिकाके राष्ट्रपतिको एक वास्तवमें स्वतंत्र विधायिका, ५० स्वतंत्र राज्य सरकारों, संघीय और राज्य न्यायपालिकाओं और अपनी शक्तियोंपर संवैधानिक […]
Post Views: 561 ए. कुमार चार राज्य और एक केंद्रशासित प्रदेशके चुनाव परिणामोंका विश्लेषण बता रहीं थी की केरल हर पांच वर्षपर सत्ता बदलनेकी परम्पराको इस बार तोड़ेगा। तमिलनाडुमें न अन्नाद्रमुक सरकारके विरुद्ध व्यापक माहौल था और न द्रविड़के पक्षमें। बावजूद द्रमुकका पलड़ा भारी था। २०१६ में जयललिताके नेतृत्वके प्रभावमें तमिलनाडुने सत्तापरिवर्तनकी परम्पराको तोड़ा था। […]
Post Views: 1,191 जग्गी वासुदेव यदि आपको लगता है कि आपके परिवारमें खराबी है तो हो सकता है कि वह ऐसे हो गये हों परन्तु जरूरी नहीं है कि वह आगे भी ऐसे ही रहें। चंद्रमाकी तरह उनकी भी अलग-अलग अवस्थाएं होती हैं, वह भी अलग-अलग दशाओंसे गुजरते हैं। उनके प्रिय-अप्रिय चेहरे होते हैं। आपके […]