बताया जा रहा है कि इनोवा की रफ्तार 140 रही और मीटर इतनी स्पीड पर अटका था। हादसे से पहले मृतक लवली ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो साझा की, जिसमें सभी दोस्त शराब पीते और ऊंची आवाज में चल रहे गानों कर झूमते नजर आ रहे हैं। गाड़ी में ‘ओहनां नाल सरेआम खड़कू, जिनां नाल पैग खड़काणा छड ता…’ गीत बजता सुनाई दे रहा है। हालांकि वीरवार शाम को इसे डिलीट कर दिया गया। गाड़ी की तेज रफ्तार, ऊंची आवाज में गीत और दारू पार्टी हादसे का कारण बनी। मृतकों में एक पंजाब पुलिस का मुलाजिम भी है।
इनमें हरजीत सिंह मट्टी पुत्र बिल्ला निवासी ब्यास, हेड कांस्टेबल हरदेव सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासी गांव खलेहरा, जतिंदर कुमार बब्बू पुत्र रामू और जंडियाला गुरु के गांव मेहरबानपुरा निवासी लवली पुत्र गुरबख्श सिंह शामिल हैं। ब्यास निवासी कर्ण पुत्र सलीम की हालत गंभीर बताई जा रही है। हरजीत मट्टी के पिता बिल्ला टेंट हाउस का काम करते हैं और उसकी तीन शादीशुदा बहनें हैं। मृतक हरजीत को किसी दोस्त का फोन आया और वह घर से चला गया। सभी ने गाड़ी में ही दारू पार्टी की और घूमने निकल गए। हरजीत ने अपने चचेरे भाई को फोन करके घर से बुलाया और साथ चलने को कहा, लेकिन उसने जाने से मना कर दिया।
पिता ने कहा, बीमार बुआ को देखने जा रहा था कांस्टेबल बेटा हरदेव
हमीरा स्थित फ्लाईओवर पर बुधवार देर रात हुए हादसे में के मामले की जांच के लिए थाना सुभानपुर की पुलिस जुट गई है। मृतक कांस्टेबल हरदेव सिंह के पिता हीरा सिंह ने बताया कि वह कृषि करते हैं। उनका बेटा हरदेव जालंधर में तैनात था। बेटे ने बुधवार को उन्हें फोन कर बताया था कि वह जालंधर से अन्य पुलिस कर्मचारियों संग अमृतसर आया है। रात को ही वापस जाना है। इसके बाद उसे बीमार बुआ से मिलने होशियारपुर जाना है। अगर उन्हें भी वहां जाना है तो रात को वे जंडियाला गुरु अड्डे पर आ जाएं।
वह बेटे के चार दोस्तों के साथ वहां पहुंचे, जिन्हें साथ जालंधर जाना था। कुछ देर बाद हरदेव इनोवा और एक अन्य गाड़ी में पुलिसकर्मियों सहित पहुंचा। हरदेव व उसके चारों दोस्त इनोवा में बैठे। वह (हीरा) पुलिसवालों के साथ दूसरी गाड़ी में बैठे। हमीरा पुल के पास पहुंचे तो इनोवा आगे जा रही थी और उनकी गाड़ी पीछे थी। तभी उनका बेटा लाइट व हार्न देकर आगे जा रहे ट्राले को क्रास करना चाहता था, लेकिन ट्राला चालक ने अचानक ब्रेक लगा दी। इससे इनोवा ट्राले से टकरा गई। ट्राला चालक भाग गया। उन्होंने सभी को अस्पताल पहुंचाया, जहां चार को मृत घोषित कर दिया।
जतिंदर पिता के साथ बैग की दुकान पर करता था काम
मृतक जतिंदर कुमार के पिता रामू का ब्यास के मेन बाजार में फास्ट फूड और बैग बनाने का काम है। जतिंदर भी उनके साथ ही काम करता था। इस हादसे में कर्ण पुत्र सलीम गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे सुभानपुर के एसजीएल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
गरीब परिवार से था लवली, बड़े भाई की पहले हो चुकी मौत
हमीरा में इनोवा और ट्राले की टक्कर में मारे गए 22 वर्षीय लवली निवासी गांव मेहरबानपुरा अपने चार दोस्तों संग जालंधर जा रहा था। हमीरा में हुई दुर्घटना में उसकी जान चली गई। लवली गरीब परिवार से था और वह ही परिवार का पालन पोषण कर रहा था। लवली के पिता गुरबख्श सिंह दिहाड़ीदार मजदूर हैं। लवली के बड़े भाई मंगा की भी डेढ़ साल पहले मृत्यु हो चुकी है जबकि उसका छोटा भाई संदीप सिंह ड्राइवरी करता है। उसकी बहन परमजीत कौर की शादी हो चुकी है।
हादसे के बाद इनोवा में सवार एक युवक इंजन में ही फंस गया था, पुलिस ने कड़ी मशक्कत से निकाला
सुभानपुर थाने के एएसआइ लखविंदर सिंह ने बताया कि बुधवार रात करीब ढाई बजे हादसे की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि एक इनोवा (पीबी04वी7900) अमृतसर से जालंधर जा रही थी। इसमें चार की मौके पर ही मौत हो गई। उनमें से एक युवक तो कार के इंजन में ही फंस गया था, जिसका शव बड़ी मशक्कत के बाद निकाला जा सका।