नई दिल्ली, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवात बिपरजॉय से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की सोमवार को समीक्षी की। इस दौरान उन्होंने राहत और बचाव कार्य को लेकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया।
समुद्र से लोगों को निकाल रहे अधिकारी
अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि गुजरात के दक्षिण और उत्तरी तटों पर मछली पकड़ने की गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारी गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के सौराष्ट्र-कच्छ तटों के साथ टकराने की संभावना के मद्देनजर लोगों को समुद्र से निकाल रहे हैं। तटीय देवभूमि द्वारका के अधिकारियों ने कहा कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
दरअसल, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आने वाले समय में विकराल रूप धारण करने वाला है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। चक्रवाती तूफान के 15 जून तक सौराष्ट्र और कच्छ तटों से टकराने की संभावना है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को कहा कि ‘बिपरजॉय’ चक्रवात ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’ में बदल गया। यह 15 जून की दोपहर के आसपास सौराष्ट्र-कच्छ और इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। इसके साथ ही समुद्र में गए लोगों को तट पर लौटने की सलाह दी है। IMD ने कहा,
राज्य सरकारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखें। नियमित रूप से स्थिति की निगरानी करें और उचित एहतियाती कदम उठाएं। जिला अधिकारियों को स्थिति के अनुसार कदम उठाने की सलाह दी जाती है।