मुख्य सचिव के आदेश पर खनन विभाग ने नोटिस जारी कर दी रॉयल्टी जमा करने की दी चेतावनी
बिहारशरीफ (आससे)। रॉयल्टी टैक्स नहीं जमा करने वाले जिले के 54 ईंट-भट्टा संचालकों एफआईआर की जायेगी। बकायेदार भट्टा संचालकों को खनन विभाग ने नोटिस देकर चेतावनी दी है। चेतावनी के बाद भी सरकारी राजस्व नहीं जमा करने पर एफआईआर की जायेगी। रॉयल्टी की राशि जमा करने वालों पर कार्रवाई करने का आदेश मुख्य सचिव की ओर से दिया गया है।
मुख्य सचिव ने डीएम को पत्र भेजकर कार्रवाई करने को कहा है। आदेश के आलोक में कार्रवाई में खनन विभाग जुट गया है। नालंदा के विभिन्न क्षेत्रों में 239 ईंट-भट्टा उद्योग संचालित हैं। इनमें से 54 संचालकों ने पिछले साल व चालू वित्तीय साल का सालाना टैक्स जमा नहीं किया है। जबकि, वित्तीय साल का अंतिम माह चल रहा है।
जिला खनन पदाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि कुछ संचालकों ने तो कई साल से सरकारी राजस्व जमा नहीं किया है। ऐसे लोगों को नोटिस देकर एक सप्ताह में रॉयल्टी की राशि जमा करने को कहा गया है। इसके बाद एफआईआर की कार्रवाई की जायेगी। पूर्व में भी कई बकायेदारों के विरुद्ध विभिन्न थानों में एफआईआर करायी गयी थी। उत्तफ़ लोगों पर भी पुलिस-प्रशासन गिरफ्रतारी की कार्रवाई तेज कर दी गयी है। बताया जाता है कि ईंट-भट्टा की क्षमता के अनुसार रॉयल्टी का निर्धारण किया गया है। ग्रेड वन को 1.38 लाख रुपये तो ग्रेड टू को 1.78 लाख रुपये राजस्व हर साल देना होता है।
जिन ईंट-भट्ठों पर कार्रवाई की जायेगी उनमें संतोष ईंट उद्योग, पीरबिगहा, देवी ईंट उद्योग भरावपर, गोलू ईंट उद्योग सदहा, सरमेरा, विजय ईंट उद्योग सरबहदी, पीआरएस ईंट उद्योग गोनावां, शिवम उद्योग ताजिनीपुर, माता जी ईंट उद्योग बराह, एबीसी ईंट उद्योग पपरनौसा, मां तारा ईंट उद्योग बेगमपुर, सोनी ईंट उद्योग जगदीशपुर-तियारी, शिवम ईंट उद्योग विशुनपुर, जय माता दी ईंट उद्योग करिंगापुर, जगदम्बा ईंट उद्योग दौलतपुर, न्यू अलका ईंट उद्योग कादी बिगहा, एमकेएस ईंट उद्योग सुपासंग, एमबीएम ईंट उद्योग बधार, आरबीजे ईंट उद्योग सालेपुर, पवन ईंट उद्योग लालबाग, राधा ईंट उद्योग टांड़पर, एमएमटी ईंट उद्योग भोकिलापुर, ठाकुर ईंट उद्योग विष्णपुर, बाबा ईंट उद्योग भागवतपुर, एसके ईंट उद्योग जैतीपुर, एसएम ईंट उद्योग ढेकवाहा, शशि ईंट उद्योग धोबडीहा, गौरी ईंट उद्योग धोबडीहा, मां ईंट उद्योग इस्लामपुर, ओम ईंट उद्योग खुदागंज, गणेश ईंट उद्योग ऽुदागंज, दुर्गा ईंट उद्योग सोनचरी, मां ईंट उद्योग गिरियक, सहारा ईंट उद्योग घोसरावां, संगम ईंट उद्योग पुरैनी, भवानी ईंट उद्योग पुरैनी, गोपाल ईंट उद्योग बिंडीडीह, राजा ईंट उद्योग बिंडीडीह, जेबीएस ईंट उद्योग नालंदा, एसबी इंटरप्राईजेज सारे, गिलानी ईंट उद्योग बेनार, नंदन ईंट उद्योग बेनार, जानकी ईंट उद्योग गिलानी, सुधा ईंट उद्योग सारे, स्टार उद्योग अमावां, हीरो ईंट उद्योग सारे, शिव ईंट उद्योग कोरावां शामिल है।