नई दिल्ली। नीट-यूजी पेपर लीक मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि परीक्षा में धांधली हुई है, इसलिए परीक्षा की जांच हो। इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय ने एनटीए (NTA) को नोटिस जारी करके 8 जुलाई तक जवाब मांगा था।
वहीं, सुनवाई के दौरान आज भी कोर्ट ने आज भी केंद्र सरकार और एनटीए को नोटिस जारी कर धांधली के मामले में जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा,”अगर किसी की ओर से 0.001 प्रतिशत लापरवाही हुई है तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।”
कोर्ट ने एनटीए के छात्रों को लेकर जताई चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि बच्चों की मेहनत को भूल नहीं सकते। वहीं, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मौखिक तौर पर एनटीए को कहा, “कल्पना कीजिए कि सिस्टम के साथ धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति डॉक्टर बन जाता है, वह समाज के लिए ज्यादा हानिकारक होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि है इस मामले पर अगली सुनवाई अब 8 जुलाई को होगी।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा: धर्मेंद्र प्रधान
रविवार को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि अगर वे 2024 राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट)के संचालन में अनियमितताओं के दोषी पाए जाते हैं, तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री ने माना कि एनईईटी परीक्षा आयोजित करने वाली एनटीए में सुधार की जरुरत है।