नयी दिल्ली (आससे)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने कहा है कि उनका देश कभी भी अपनी जमीन को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए उपयोग होने नहीं देगा। तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान के विदेश मंत्री एक सप्ताह की यात्रा के लिए भारत में हैं। मुत्तकी ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। जयशंकर के साथ बैठक में मुत्तकी ने कहा कि अफगानिस्तान में हाल ही में आए भूकंप में भारत ने सबसे पहले प्रतिक्रिया दी थी। अफगानिस्तान भारत को एक घनिष्ठ मित्र के रूप में देखता है। अफगानिस्तान आपसी सम्मान, व्यापार और लोगों के आपसी संबंधों पर आधारित संबंध चाहता है। हम आपसी समझ का एक परामर्शी तंत्र बनाने के लिए तैयार हैं, जो हमारे संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा। मुत्तकी ने दो टूक कहा कि उनका देश भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़ा नहीं होगा। उनका यह बयान पाकिस्तान और चीन दोनों के लिए सीधा संदेश है। माना जा रहा है कि भारत की तरफ से दूतावास की बहाली का फैसला अफगानिस्तान में उसकी जमीनी पकड़ को दोबारा सक्रिय करेगा, जिससे मानवीय और विकास परियोजनाएं दोबारा गति पकड़ सकती हैं।
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