प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का एकमात्र विश्वविद्यालय जिसके साथ हुआ समझौता
काशी विद्यापीठ एवं वियतनाम के यूनिवर्सिटी आफ इकोनामिक्स एंड फाइनेंस (यूईएफ) और ह्यूटेक यूनिवर्सिटी आफ टेक्नोलाजी के बीच विविध शैक्षिक क्षेत्रों में समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ। राजभवन में राज्यपाल, एवं काशी विद्यापीठ की चांसलर आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता और वाइसचांसलर प्रोफेसर आनन्द कुमार त्यागी की उपस्थिति में हुए इस करार का उद्देश्य विश्वविद्यालयों के अध्यापकों, शीधकर्ताओं और छात्रों के लिए विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त शोध, डुएल-ज्वाइंट डिग्री, पाठ्यक्रम विकास, सेमिनार और शार्ट टर्म अकादमिक कार्यक्रमों में सहयोग करना है। ज्ञातव्य है कि आठ अक्तूबर को हुए काशी विद्यापीठ के ४७वें दीक्षांत समारोह में चांसलर ने उक्त एमओयू के बारे में बताया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में काशी विद्यापीठ के साथ हुआ उक्त एमओयू विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। इससे काशी विद्यापीठ की अकादमिक गतिविधियां एक नये एवं ऊंचे मुकाम पर पहुंचेंगी। साथ ही काशी की धार्मिक सांस्कृतिक शिक्षा का विदेश में भी विस्तार होगा। यह समझौता दोनों देशों के विश्वविद्यालय के लिए आने वाले समय की शिक्षा का स्वर्णिम पल का साक्षी बनेगा। इस एमओयू से विश्वविद्यालयों में हर्ष का माहौल है।
स्नातकोत्तर में पूल काउंसिलिंग के लिए कल खुलेगा पोर्टल
काशी विद्यापीठ में (सत्र २०२५-२६) में स्नातकोत्तर एवं डिप्लोमा स्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया संचालित हो रही है। रजिस्ट्रार डॉक्टर सुनीता पाण्डेय ने बताया कि वाइसचांसलर प्रोफेसर आनन्द कुमार त्यागी के आदेशानुसार स्नातकोत्तर की रिक्त सीटों के सापेक्ष प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों (जिनके द्वारा पूर्व में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन भरे गये हैं) के लिए पूल काउंसिलिंग हेतु पोर्टल १२ से १३ अक्तूबर तक ओपेन किया जा रहा है। बताया कि पूल काउंसिलिंग के लिए इच्छुक अभ्यर्थी लिंक पर जाकर आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं।