वोटिंगमें एनडीए और महागठबन्धनके बीच दस प्रतिशतका फर्क
सूरत (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के सूरत का दौरा किया। इस दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार का ऐतिहासिक विजय हुआ हो, और अगर हम सूरत से आगे जा रहे हों और बिहार के लोगों से मिले बिना जाएं, तो लगता है यात्रा अधूरी रह गई है। इस दौरान उन्होंने गुजरात में रहने वाले बिहार के लोगों का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने कहा, गुजरात में रहने वाले और खासकर सूरत में रहने वाले मेरे बिहारी भाइयों का हक बनता है, और इसलिए मेरी स्वाभाविक जिम्मेदारी भी बनती है कि आप लोगों के बीच आकर के इस विजयोत्सव के कुछ पल का मैं भी हिस्सा बनूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों का राजनीति नहीं समझानी पड़ती है। बिहार के लोग दुनिया को राजनीति समझाते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ने जातिवादी राजनीति को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार आज दुनिया भर में छाया हुआ है। आप दुनिया में कहीं भी जाइए, बिहार का टैलेंट आपको नजर आएगा। उन्होंने कहा, आप भी जानते हैं और बिहार के लोग भी जानते हैं कि हम वो पार्टी हैं जब आपने हमें गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में भी काम दिया था तब भी हमारा एक मंत्र था कि भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास। हमारी मूलभूत सोच रही है- नेशन फर्स्ट। पीएम मोदी ने कहा, पिछले दो साल से ये जमानती नेता बिहार में जाकर जातिवाद-जातिवाद का भाषण दे रहे थे। जितनी ताकत थी उन्होंने जातिवाद का जहर फैलाने की कोशिश की। लेकिन बिहार के इस चुनाव ने जातिवाद के इस जहर को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने कहा, यही मंत्र हमारे लिए हिंदुस्तान का हर कोना, हिंदुस्तान का हर राज्य, हर भाषा-भाषी नागरिक… ये हमारे लिए पूजनीय है, वंदनीय है। इसलिए बिहार का भी गौरव करना, बिहार के सामर्थ्य को स्वीकार करना… ये हमारे लिए बहुत सहज बात है। उन्होंने कहा, इस चुनाव में एनडीए गठबंधन जो विजयी हुआ है और महागठबंधन जो पराजित हुआ है… दोनों के बीच 10 प्रतिशत वोट का फर्क है, ये बहुत बड़ी बात है। यानी, सामान्य मतदाता ने एकतरफा मतदान किया, ये बिहार के विकास के प्रति ललक है। उन्होंने कहा कि महिला-युवा एक ऐसा माई कॉम्बिनेशन बना है, जिसने आने वाले दशकों की राजनीति का नींव मजबूत कर दी है। इस दौरान पीएम मोदी ने वक्फ कानून का जिक्र करते हुए कहा, गैर-कानूनी तरीके से मकानों को कब्जा करके वक्फ बना दिया जाता था। तमिलनाडु में पूरा का पूरा गांव वक्फ की प्रॉपर्टी बना दिया गया। इस पर चिंता को देखते हुए हम संसद में वक्फ कानून लाए। बिहार चुनाव में ये जमानती, नामदार और उनके साथी दल सार्वजनिक तौर पर वक्फ कानून को फाड़ देते थे। कहते थे कि सरकार में आएंगे तो हम इस वक्फ कानून लागू नहीं होने देंगे। बिहार के लोगों ने इस सांप्रदायिक राजनीति को भी हरा दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ये देश मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस को अस्वीकार कर चुका है। कांग्रेस पार्टी में जो राष्ट्रीय विचारों से पले-बढ़े लोग हैं, ऐसे कांग्रेस का बहुत बड़ा वग… ईनामदार के हरकतों से दुखी है। कांग्रेस को अब कोई बचा नहीं सकता है, ऐसी हालत हो गई है।
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