परमबीर सिंह ने गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हाईकोर्ट जाने की स्वतंत्रता दी जाती है. अदालत ने कहा था कि इस बात में कोई शक नहीं है कि मामला ‘बेहद गंभीर’ है, लेकिन सिंह को पहले बॉम्बे हाईकोर्ट के पास जाना चाहिए था. राज्य के गृहमंत्री देशमुख का कहना है कि अगर पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर के आरोपों पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जांच के आदेश देते हैं, तो वे इसका स्वागत करेंगे.
देशमुख ने ट्वीट किया ‘मैंने सम्मानीय मुख्यमंत्री से मेरे खिलाफ परमबीर सिंह के आरोपों पर जांच के आदेश देने की मांग की है. अगर मुख्यमंत्री जांच के आदेश देते हैं, तो मैं उसका स्वागत करूंगा.’ सिंह ने बीते हफ्ते सीएम ठाकरे को पत्र लिखकर देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. 8 पन्नों को इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाए थे कि देशमुख भ्रष्टाचार में शामिल हैं.
खास बात है कि ये आरोप ऐसे समय में लगाए गए थे, जब एक दिन पहले देशमुख ने कहा था कि सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्नर के तौर पर बाहर कर दिया है, ताकि वाजे मामले की जांच बिना रुकावट के हो सके. हालांकि, अब तक देशमुख ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों का खंडन किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि वे पूर्व पुलिस आयुक्त के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे.