पटना

पटना: विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर प्रभातफेरी


दिव्यांगजनों के समुचित लाभ देने के लिए 101 अनुमंडलों में संचालित बुनियाद केन्द्र वन स्टॉप सेंटरके रूप में विकसित

पटना (आससे)। विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस पर शुक्रवार को प्रभातफेरी निकालकर आमजनों को ऑटिज्म के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इसके मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी थे। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि बिहार में पहलीबार ऑटिज्म के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रभातफेरी राजभवन से प्रारंभ होकर सूचना एवं जनसम्पर्क  विभाग तक गयी। प्रभातफेरी का आयोजन सक्षम, समाज कल्याण विभाग और दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय द्वारा किया गया।

मंत्री ने बताया कि बिहार सरकार सभी वर्गों के लोगों के दिव्यांगजनों के लिए लगातार सकारात्मक कार्य कर रही है। विशेषकर समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगता के प्रक्षेत्र में कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। विभिन्न प्रकार के दिव्यांगता से ग्रसित व्यक्ति के प्रति आम लोगों का नजरिया साकारात्मक और सहयोगात्मक रहे, इसके लिए समय-समय पर लोगों को जागरूक एवं संवेदनशील बनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

वर्तमान में दिव्यांगजनों के समुचित पुनर्वास एवं योजनाओं का लाभ देने के लिए सभी १०१ अनुमंडलों में संचालित बुनियाद केन्द्र को ‘वन स्टॉप सेंटर’ के रूप में विकसित किया गया है। राज्य में संबल छत्र योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन एवं यूडीआईडी जैसे योजनाएं संचालित है। यूडीआईडी प्रोजेक्ट के माध्यम से सभी दिव्यांगजनों को एक यूनिक पहचान पत्र जारी किया जाता है जिसका प्रयोग देश के किसी भी क्षेत्र में रहकर राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। मंत्री ने इस आयोजन के लिए ‘सक्षम’ एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय तथा समाज कल्याण विभाग से जुड़े सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय के निदेशक राजकुमार ने बताया कि ऑटिज्म से ग्रस्त लोगों को इससे लडऩे तथा इसका निदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना है ताकि वे समाज के अन्य लोगों की तरह पूर्ण और सार्थक जीवन जी सकें। इस गंभीर दिव्यांगता के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस दिन उन बच्चों और बड़ों के जीवन में सुधार के कदम उठाए जाते हैं, जो ऑटिज्म से पीडि़त होते हैं, नीला रंग ऑटिज्म का प्रतीक माना जाता है।

इस प्रभातफेरी में दयानिधान पांडेय, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, सक्षम सह निदेशक सामाजिक सुरक्षा, प्रमिला कुमारी प्रजापति, अध्यक्ष, बिहार राज्य बल संरक्षण महिला आयोग, श्रीमती सुनंदा पांडेय, सदस्य बिहार राज्य बाल संरक्षण महिला आयोग, राज कुमार, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशाल, आलोक कुमार, निदेशक, आईसीडीएस डा. शिवाजी कुमार, राज्य निशक्त आयुक्त, अजय कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक, महिला विकास निगम, रमेश कुमार झा, संयुक्त निदेशक, समाज कल्याण विभाग, मंजीत कुमार, उपनिदेशक, समाज कल्याण विभाग सहित समाज कल्याण विभाग के सभी पदाधिकारी व कर्मचारी प्रभातफेरी में भाग लिए।