अलीगढ। जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बैठक कर उन्हें प्रशिक्षित और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में एक साथ ही 29 अप्रैल को मतदान होगा, जिसके लिए 17 एवं 18 अप्रैल को नामांकन प्रक्रिया को पूरा कराया जाना है।
उन्होंने मास्टर ट्रेनर्स ने चुनाव में लगे अफसरों को प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट आयोग द्वारा दिए निर्देशों के क्रम में निर्वाचन प्रक्रिया को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं कटेगी। कार्मिक किसी तरह के बहकावे में न आते हुए ईमानदारी से ड्यूटी करें।
उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने इलाके में भ्रमण कर सामाजिक, भौगोलिक स्थिति का जायजा लें और निर्वाचन प्रक्रिया को किसी भी तरह से बाधित करने संबंधी सूचनाओं को एकत्रित करें। सेक्टर मजिस्ट्रेट ने निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में दिए सुझावों पर गंभीरता से विचार करें।
सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने कहा कि मतदान प्रक्रिया को सकुशल संपन्न कराने में सेक्टर मजिस्ट्रेट की कार्यकुशलता, दक्षता एवं सजगता की अहम भूमिका होती है। निर्वाचन प्रक्रिया को सकुशल ढ़ंग से सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक है कि आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के साथ ही क्षेत्र की स्थिति के बारे में समुचित जानकारी हो। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में मजिस्ट्रेट्स चार चरणों में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्ति एवं क्षेत्र भ्रमण, मतदान दलों का गठन एवं रवानगी, निर्विघ्न मतदान एवं मतदान सम्पन्न होने के उपरान्त मतपेटिकाओं को स्ट्रांग रूम में जमा कराना उनकी जिम्मेदारी एवं दायित्वों में आता है। इस दौरान डीआईओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा, बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय, एडीएम विधान जायसवाल, डीपीपाल, राकेश कुमार मालपाणी, राकेश पटेल, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार आदि मौजूद रहे।