पटना

जाले: चमकी बुखार की रोकथाम के लिए टीम गठित


जाले (दरभंगा)(आससे)। सम्भावित चमकी बुखार की रोकथाम के लिए शनिवार को प्रखण्ड मुख्यालय स्थित आई टी भवन के सभागार में बीडीओ राजेश कुमार की अध्यक्षता में प्रखण्ड स्तरीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सर्व सहमति से टास्क फोर्स का गठन करते हुए बच्चों में होने वाले खतरनाक चमकीं बुखार के लक्षण की पहचान कर पीड़ित बच्चे को तुरंत रेफरल अस्पताल में भर्ती करने का निर्देश दिया गया।

मौके पर बीडीओ ने कहा कि यह बीमारी बच्चों के लिए काफी खतरनाक है एवम इससे बचाव के लिए जागरूक करना जरूरी है।इससे बचाव के लिए बीडीओ ने सभी विद्यालयों में स्लोगन लिखवा कर लोगो को जागरूक करने का सुझाव दिया।इस दौरान उन्होंने बच्चों में होने वाले कई प्रकार के बीमारियों की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया। एमओआईसी डॉ. गंगेश झा ने इस बीमारी से बचाव के लिए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो के आशा, जीविका व आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं को भी सजग रहने की बात कही।

उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाव के लिए टीम का गठन कर दिया गया है,जो 24 घण्टों उपलब्ध रहेगा। बैठक में जाले थानाध्यक्ष यशोदानन्द पांडेय, कमतौल थानाध्यक्ष सरवर आलम, कासिफ रेजा, मुजदबा हसनैन, स्वास्थ्य प्रबन्धक कुमुद रंजन कुमार, अस्पताल प्रबन्धक जमशेद आलम, केयर इंडिया के प्रखण्ड प्रबन्धक रेयाज अहमद सहित कई कर्मी मौजूद थे।

दो दिनों से ठप कोविड टीकाकरण शुरू

कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा को लेकर रेफरल अस्पताल में दो दिनों से ठप टीकाकरण अभियान शनिवार से प्रारंभ हो गया।इस संदर्भ में एमओआईसी डॉ. गंगेश झा ने बताया कि कुल छह चिन्हित स्थानों पर शिविर लगाकर 11 सौ लोगों को कोविड का टीका लगाया गया। डॉ. झा ने बताया कि रेफरल अस्पताल के एएनएम स्कूल परिसर में 70, ब्रह्मपुर एपीएचसी में 270, कमतौल एपीएचसी में 230 एवं जोगियारा एपीएचसी में 130,  जाले उत्तरी में 250 एवं बसंत में 220 लोगों को टीकाकृत किया गया है।