मुख्य सचिव (कृषि)एवं जिले के नोडल अधिकारी डाक्टर देवेश चुतर्वेदी ने धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण किया। धान क्रय केन्द्र पी.सी.एफ. मिर्जामुराद का निरीक्षण करते हुए उन्होंने वहां से मोबाइल के माध्यम से धान बिक्री करने वाले किसानों से वार्ता की। उन्होंने किसान मंशाराम निवासी (लच्छापुर) एवं त्रिभुवन सिंह (निवासी प्रतापपुर) को फोन कर धान विक्रय में आने वाली समस्या एवं भुगतान के संबंध में जानकारी ली । केन्द्र प्रभारी द्वारा बताया गया कि अभी तक लगभग १३५ किसानों से ५२२० कुन्तल धान की खरीद की जा चुकी है। जबकि ५० प्रतिशत ही किसानों का भुगतान हो पाया है, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए ए0आर0 कोआपरेटिव एवं अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि भुगतान की काररवाई तत्काल पूर्ण की जाय। इसमें किसी भी तरह की शिथिलता न बरती जाय। किसानों ने एनसीएफ केन्द्र के बंद होने की जानकारी देते हुए अवशेष भुगतान कराये जाने का आग्रह किया। खाद्य विपणन केन्द्र (आराजीलाइन )के निरीक्षण के समय प्रभारी द्वारा बताया गया कि अभी तक १०९१० कुन्तल २५८ किसानों द्वारा धान विक्रय किया जा चुका है तथा १९८ किसानों को भुगतान भी किया जा चुका है शेष को भुगतान की काररवाई की जा रही है। उन्होंने टोकन अपडेट करने तथा पारदर्शी तरीके से क्रय करने का निर्देश दिया। क्रय किये गये धान के नियमित मिल में प्रेषण के संबंध में विभागीय अधिकारियों से पूछताछ की। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी (आपूर्ति), डिप्टी आर.एम.ओ.ए ए.आर. (कोआपरेटिव) सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। जब अपर मुख्य सचिव डाक्टर देवेश चतुर्वेदी ने किसानों को मिलाया फोनÓÓहेलो आप किसान मंशाराम (निवासी लच्छापुर) से बोल रहे हैं। मैं अपर मुख्य सचिव डाक्टर देवेश चतुर्वेदी बोल रहा हूं। सरकार ने हमें आप किसान भाइयों को धान बेचने के दौरान आने वाली परेशानी की जानकारी लेने के लिए भेजा है। आप लोगों को धान क्रय केंद्रों पर बेचने के दौरान कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। अपने बेचे गये धान का भुगतान मिल गया। धान बेचने और भुगतान प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी तो नहीं हुई। मंसाराम द्वारा धान बेचने व भुगतान प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी न होने की जानकारी देने तथा व्यवस्था पर संतोष जताने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव ने प्रतापपुर निवासी त्रिभुवन सिंह को फोन मिला दिया और उनसे भी उन्होंने धान क्रय-विक्रय एवं भुगतान प्राप्त करने से संबंधित जानकारी प्राप्त की।