वाराणसी

उमंग, उत्साहके साथ काशीमें नववर्षका आगाज


सर्द मौसम के साथ खिली खिली गुनगुनी धूप के बीच शुक्रवार को नववर्ष २०२१ के पहले दिन काशी में जमकर उत्साह दिखा। काशी के देवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़ ने दरबार में मत्था टेक इष्टदेव से नये साल में अपने परिवार की खुशीहाली की कामना की। गंगा घाटों सहित विभिन्न दर्शनीय स्थल पिकनिक स्पाटों पर बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार एवं मित्रों के साथ नववर्ष का आनंद लेने पहुंचे। शॉपिंग मॉल भी गुलजार रहे। वही हर कोई पूरे दिन मोबाइल पर एक-दूसरे को नववर्ष की बधाई देने में जुटा रहा।
बीते वर्ष २०२० की अंतिम रात्रि से नववर्ष २०२१ के पहले दिन तक जगह-जगह लोगों ने सामूहिक आयोजन के अलावा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम किए। केक काटकर खुशी मनाई। नववर्ष मनाने का सिलसिला जमकर चला। कोरोना संक्रमण के दौर में अधिकांश ने सुरक्षा के मद्देनजऱ घरों में ही जोश तथा जुनून के साथ नववर्ष का जश्न मनाया। कई लोगों ने कालोनी के पार्क में ही नववर्ष का जश्न मनाया। सूर्योदय होते ही काशी के प्राय: सभी मंदिरों, गुरुद्वारा तथा गिरजाघरों में पूजा-अर्चना तथा मत्था टेकने पहुँचे। बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ, माता अन्नपूर्णा, संकटमोचन और काल भैरव मंदिर में भक्तों की लंबी कतार को देखने को मिली। बीएचयू स्थित विश्वानाथ मंदिर पर भी लोग पहुंचे। यहां परिसर में दर्शन पूजन के साथ पिकनिक भी हुआ। गंगा घाटों पर अलग ही समां दिखा। नए साल के पहले दिन उदीयमान भास्कर का दर्शन करने लोग अल सुबह ही काशी के घाटों पर पहुंच गए। प्रमुख घाट दशाश्वमेध, पंचगंगा, अस्सी, राजाचेत सिंह घाट पर सैलानियों की काफी भीड़ रही। दशाश्वमेध घाट पर विश्व विख्यात गंगा आरती के जरिए नए साल का स्वागत किया गया। वहीं अस्सी घाट पर सुबह ए बनारस के मंच से नई ऊर्जा का संचार हुआ। कईयो ने गंगा में नौकायान कर परिंदों के साथ नए वर्ष की अठखेलियां की। वही बहुतों ने गंगा पर रेती पर धमाचौकड़ी कर मस्ती की। विभिन्न दर्शनीय स्थल पिकनिक स्पाटों पर बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार एवं मित्रों के साथ नववर्ष का आनंद लेने पहुंचे। सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर, मिनी जू, संग्रहालय, मूलगंध कुटि विहार बच्चों की धमाचौकड़ीसे गुलजार रहा। बच्चे क्रिकेट और फुटबाल खेलने में मशगूल दिखे। युवतियां और महिलाएं ऐतिहासिक धरोहरों के साथ सेल्फी लेने में मग्न रही। नये साल के आगमन की खुशी में लोगों ने घरों और रेस्टोरेंट में तरह तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी आनंद लिया। पिकनिक स्थलों पर उपली और चूल्हा जला कर बाटी-चोखा बनाने में मशगूल नजर आए।