पटना

बिहार में मिले 14816 नए कोरोना संक्रमित, स्वस्थ हुए 11726 मरीज


(निज प्रतिनिधि)

पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बड़ी तेजी से फ़ैल रही है। सूबे में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में एक बार फिर से बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। मंगलवार को बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटे में कुल 14 हजार 816 नए कोरोना मरीज मिले हैं। बुधवार को बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सूबे में 14 हजार 816 नए कोरोना कोरोना संक्रमित मिले हैं। राजधानी पटना में सबसे ज्यादा 2420 नए मरीज मिले हैं। वहीं राज्य में 11726 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।

राजधानी पटना के अलावा बिहार के 9 और जिलों में 500 से अधिक नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहां भी दिन प्रतिदिन स्थिति खऱाब होती जा रही है।राजधानी पटना में मिले 2420 नए मरीजों के अलावा वैशाली में 857, नालंदा में 671, पश्चिमी चंपारण में 655, समस्तीपुर में 635, शेखपुरा में 631, गया में 587, मुजफ्फरपुर में 574, कटिहार में 570 और  सारण में 528 नए संक्रमित मिले हैं। जानकारी मिली है कि पिछले 24 घंटे में 95 हजार 248 लोगों की कोरोना जांच की गई है।

गौरतलब हो कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार ने आज से 10 दिनों का पूर्णत: लॉकडाउन का एलान किया है। राज्य में 15 मई तक लॉकडाउन रहेगा। ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। सरकार ने अधिकारियों को लॉकडाउन को पूरी सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं। लॉकडाउन को कोई हल्के में न ले।

मुख्य सचिव ने कहा किलॉकडाउन गंभीरता को सभी समझें। इसे ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्रवाई करें। इसको देखते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को सभी डीएम दिशानिर्देश जारी करें। मुख्य सचिव ने यह भी साफ किया है किसी भी जरूरतमंद को ई-पास लेने में कोई दिक्कत न हो, सुगमता से यह निर्गत हो, इसे सभी डीएम सुनिश्चित करेंगे।

उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से गाइडलाइंस का पालन करने और यदि संभव हो तो शादी को कुछ समय के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया है। सीएन ने ट्वीट कर कहा की कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जनहित में आज से 15 मई तक लॉकडाउन लगाने जैसा कठिन निर्णय भी लेना पड़ा है।

कोरोना से उत्पन्न अभूतपूर्व संकट की घड़ी में प्रदेशवासियों से आग्रह है कि शादी-विवाह जैसे खुशी के सामाजिक आयोजन, जिनमें कई जगहों के लोग जुटते हैं, को यदि कुछ समय के लिए स्थगित कर दें, तो कोरोना संक्रमण के चेन को तोडऩे में मदद मिलेगी। यह आपके परिवार और समाज के हित में होगा।