- उत्तर प्रेदश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. सक्रमित मरीजों की संख्या में कुछ कमी तो देखने को मिली है, लेकिन फिर भी स्थिति चिंताजनक है. अस्पतालों पर बोझ कम नहीं हो रहा है और हर मरीज को समय रहते डॉक्टर भी नहीं देख पा रहे हैं. इसकी बड़ी वजह ये है कि यूपी के अस्पतालों में डॉक्टर-नर्स की भारी कमी है. अब इस कमी को दूर करने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
चिकित्सा कर्मियों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
जानकारी मिली मिली है कि अब कोविड चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिकल और सफाई कर्मियों को 25% अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. कोविड अस्पतालों में डॉक्टर और पैरामेडिकल की कमी को देखते हुए सरकार का यह निर्देश आया है.
कोविड अस्पताल में MBBS इंटर्न को ₹500 प्रतिदिन, MSC नर्सिंग को ₹400 प्रतिदिन, BSC नर्सिंग को ₹300 प्रतिदिन MBBS अंतिम वर्ष और GNM के छात्र छात्राओं को ₹300 प्रतिदिन मानदेय पर तैनाती के निर्देश हैं. आदेश में ये भी बताया गया है कि 10 बेड पर एक डॉक्टर, 7 बेड पर एक नर्स, 15 बेड पर एक वार्ड ब्वाय और 15 बेड पर एक सफाई कर्मी की तैनाती जरूरी है. यह व्यवस्था 1 मई से 31 जुलाई 2021 तक लागू रहने वाली है.
पीएम मोदी ने दिया ये सुझाव
वैसे इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी एक बैठक में बताया गया था कि डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए फाइनल ईयर के MBBS छात्रों को कोविड ड्यूटी पर लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा था कि अब NEET की परीक्षाएं भी पोस्टपोन हो गई हैं, ऐसे में उन छात्रों को भी कोविड ड्यूटी पर लाया जा सकता है. अब उनके उस सुझाव के बाद यूपी सरकार की तरफ से ये प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस फैसले के बाद कई दूसरे स्वास्थकर्मी भी अपनी सेवा देने के लिए आगे आएंगे.