फारबिसगंज (अररिया)। जहाँ एक ओर कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रभाव के कारण पूरे भारत में लॉकडाउन लगाया जा रहा या लगा दी गई है। बिहार सरकार ने भी 5 से 15 मई तक लॉकडाउन लगा दिया है। जिसका पालन कराने के लिए सभी सम्बंधित पदाधिकारियों को सख्ती से पालन कराने का निर्देश भी जारी किये हुए है। वहीं प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी आम लोगों सहित व्यवसाईयों को भी इसका अनुपालन के लिये कहा जा रहा है। किंतु लोग है कि इसका अनुपालन करने के बजाय उलटे ही लॉकडाउन की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।
फारबिसगंज शहर के सदर रोड में ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहाँ ‘घर घराना’ नामक कपड़ा दुकानदार द्वारा आगे से सटर बन्द कर घर के रास्ते से अपना दुकानदारी चला रहे थे। जिसकी सूचना लगातर प्रशासन को मिल रही थी। शुक्रवार को अनुमंडल प्रशासन, अनुमंडल पुलिस प्रशासन एवं नप प्रशासन द्वारा अचानक उक्त कपड़ा दुकानदार के घर में जांच शुरू किया तो घर के अंदर से दुकान जाने के रास्ते से जब अंदर गया तो सभी दंग रह गये। अंदर में कई दर्जनों महिला-पुरुष खरीददारी कर रहे थे।
प्रशासन ने सभी को बाहर निकाला और फटकार लगाते हुए दुकानदार पर सख्ती से पेश आया। इस मामले में अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि सरकार द्वारा लोगों की सुरक्षा के लिये लॉकडाउन लगाया गया है ताकि कोरोना संक्रमित होने से लोगों को बचाया जा सके। साथ ही कोरोना महामारी जैसे रोग से बचा जा सके इसके लिए दूरी बनाने की बात कही जाती है, लेकिन उक्त दुकानदार द्वारा इसकी धज्जियाँ उड़ाई गई है। जिसके तहत जो भी मामला बनता है उसे उस पर लगाया जाएगा।
वही डीएसपी रामपुकार सिंह ने कहा कि कई दिनों से इसकी शिकायत मिल रही थी उक्त दुकानदार द्वारा घर के रास्ते से दुकानदारी की जा रही है। जांचोपरांत उक्त दुकान से 51 ग्राहकों को बाहर निकाला गया जिसमें महिला, पुरुष शामिल थे। कहा कि सरकारी गाइडलाइन का उलंघन कर दुकान चलाने के आरोप में उक्त दुकान को सील कर दुकानदार पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए नप प्रशासन द्वारा जुर्माना वशूला जाएगा।
मौके पर एसडीओ एवं डीएसपी के अलावे प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अमित आनंद, नप कार्यपालक पदाधिकारी जयराम प्रसाद, थानाध्यक्ष एनके यादवेन्दु, नप कर्मी संजय जायसवाल सहित दर्जनों पुलिसबल मौजूद थे।