अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि आपको (भारत) अपनी वेक्सीन के मामले में दूसरे देशों और कंपनियों के साथ बातचीत जारी रखने के साथ-साथ खुद भी वैक्सीन बनाने की क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर देना होगा. भारत दुनिया में एक बड़े वैक्सीन निर्माताओं में से एक है. आपको अपने लोगों के लिए अपना सारे संसाधनों को लगाना पड़ेगा.
डोज़ के अंतर
फाउची का ये बयान उस वक्त आया जब भारत ने कोविड-19 की वैक्सीन कोविशील्ड के पहले और दूसरे डोज़ के बीच अंतराल को 6-8 हफ्तों से बढ़ाकर 12-16 हफ्ते करने की घोषणा की. पिछले तीन महीनों में ये दूसरी बार है जब कोविशील्ड के दो डोज के बीच के अंतर का बढ़ाया गया है, हालांकि सरकार के इस फैसले को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है और इसे वैक्सीन की कमी होने से जोड़ा जा रहा है.