रेडक्रास सोसायटी ने ली जिम्मेदारी
कोविड के गम्भीर मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाला रेमडेसेवीर इंजेक्शन विशेष व्यवस्था के तहत रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से मिलने लगा। जिला राइफल क्लब ,कचहरी में आज इस विशेष व्यवस्था का शुभारंभ करते हुए उद्धघाटन जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया गया कि वाराणसी में अब किसी भी कोविड संक्रमित मरीज को रेमडेसिवीर इंजेक्शन की उपलब्धता में कोई समस्या उत्पन्न नहीं होगी। किसी कोविड मरीज के परिजनों को रेमडेसेवीर के लिए भटकना नही पड़ेगा। इसके लिए शुक्रवार से कलेक्ट्रेट स्थित राइफल क्लब में रेडक्रॉस सोसायटी, वाराणसी के माध्यम से रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराये जाने की विशेष व्यवस्था लागू कर दी गयी है जो प्रत्येक दिन पूर्वाह्नï १० बजे अपराह्नï २ बजे तक चलेगी। रेडक्रॉस सचिव डाक्टर संजय राय ने बताया कि कुल चार हॉस्पिटल के ११ मरीजों हेतु कुल ३३ रेमडेसेवीर जारी हुआ। जिस मरीज के लिए रेमडेसेवीर जारी किया गया उस वायल पर स्थायी मार्कर पेन से मरीज का नाम लिख दिया गया है ताकि इसका सही इस्तेमाल उसी मरीज के लिए हो सके।
हर मरीज के परिजन को उसके द्वारा प्राप्त इंजेक्शन के कुल कीमत की रसीद भी रेडक्रॉस सोसाइटी से जारी की जा रही है।
कोरोना इलाजके लिए सम्बद्ध निजी चिकित्सालय
हेरिटेज इंस्टीट्यूटी ऑफ मेडिकल साइंसेज , ओरियाना हास्पिटल , दीर्घायु हास्पिटल, शुभम् सद्भावना हास्पिटल, सिंह मेडिकल एण्ड सर्जिकल सेण्टर, शिव सर्जिकल हास्पिटल, ओपल हास्पिटल , मेरीडियन हास्पिटल , अलकनन्दा हास्पिटल, कल्पना मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल , एलायंस हास्पिटल ,महाश्वेता हास्पिटल, त्रिमूर्ति हास्पिटल , फोर्ड हॉस्पिटल , मैक्स वेलहास्पिटल, सरभहा स्पिटल, गैलेक्सी हास्पिटल, ज्ञानविष्णु हास्पिटल, इन्द्रा हास्पिटल , रूद्रकाशी हास्पिटल ,जेपी नर्सिंग होम, सार्थक सर्जिकल सेण्टर, कुलवन्ती हास्पिटल,अनन्त हास्पिटल, आलोक हास्पिटल, सन्मुख हास्पिटल, रॉयल मैटर्निटी एण्ड नर्सिंग होम, न्यू जागृति हास्पिटल, स्मार्ट मेडिसिटी, शिवम् हास्पिटल, राम बिलास हास्पिटल, मांराजवती हास्पिटल, केयर हास्पिटल, 3४ शहाल हास्पिटल, संतुष्टि हास्पिटल और श्री रामकृष्ण मिशन होम ऑफ सर्विस।
लगातार बुखार-खांसी होने पर आरटीपीसीआर कराया तो पॉजिटिव निकला। खुद को होम आइसोलेट कर लिया। पहले हास्पिटल का ध्यान आया मगर हास्पिटल का लाखों का बिल के बाद भी लापरवाही की खबरे देख सुन डर लगा। घर पर ही डाक्टर के निर्देशानुसार दवाएं चल रही है। साथ ही हाई प्रोटीन और विटामिनयुक्त खानपान है। होम आइसोलेश में परिजन पूरे कोविड प्रोटोकॉल के साथ केयर कर रहे है। हास्पिटलो में लाखों रुपये लेने के बाद भी इस समय मरीजों के साथ बेगानो जैसा व्यवहार हो रहा है। इसी कारण लोग घर पर ही रह कर इलाज करा रहे है।
राधेश्याम शर्मा, माधोपुर, रोहनियां।
मुझे कोरोना के सिम्टम्स समझ में आने के बाद सरकार द्वारा जारी सूचित की गयी दवा, काढ़ा एवं भाप का उपयोग किया। घर पर होम क्वारन्टीन रह कर ही स्वस्थ हो गया। मन में विश्वास और हिम्मत किसी भी बीमारी को हराने में दवा से भी अधिक कारगर साबित होती हैं। इस बीमारी में धैर्य, विश्वास और सकारात्मक रहेंगे तो कोरोना को जरूर हरा देगें।
अभिषेक सिंह, लालपुर।
हल्का बुखार, शरीर में दर्द, सर्दी जुकाम होने के बाद मन में एक अजीब प्रकार की घबराहट महसूस होने लगी। समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या करें। ऊपर से कोरोना से मरने वाले कि तादाद देख कर हॉस्पिटल में न जाकर घर पर ही रहना उचित समझा। होम क्वारन्टीन में ही दवा, काढ़ा, भाप, नीबू पानी और गरम पानी का उपयोग किया। इस समय पूर्णत: स्वस्थ हूं।
कुश प्रताप सिंह, लहरतारा।
भागदौड़ और सामाजिक कार्यों के बीच अचानक शारीरिक कमजोरी, शरीर में दर्द और बुखार होने लगा। घर पर ही अपने आपको क्वारन्टीन कर लिया। डॉक्टरों के सलाह पर तत्काल दवा शुरू कर दिया। साथ ही घर पर घरेलू इलाज के तौर पर गर्म पानी, काढ़ा, हल्दी दूध, नीबू पानी का सेवन किया। लगभग २१ दिनों के बाद मैं बेहतर महसूस कर रहा हूँ।