- केंद्र सरकार ने मंगलवार को नागपुर स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी में निदेशक के एक पद के सृजन को मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड (एसएजी) में निदेशक पद के सृजन के गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
आधिकारिक बयान
बयान में कहा गया कि एनडीआरएफ अकादमी में निदेशक के पद के सृजन के साथ, संगठन की कमान और नियंत्रण एक वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी को सौंपा जाएगा, जो तय उद्देश्यों के अनुसार संस्थान का संचालन कर सकता है। अकादमी एनडीआरएफ, राज्य आपदा मोचल बल (एसडीआरएफ), अन्य हितधारकों और दक्षेस व अन्य देशों की आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों के 5000 से अधिक कर्मियों को वार्षिक कौशल आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
प्रशिक्षण के स्तर में सुधार
अकादमी हितधारकों की बदलती जरूरतों और आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विश्लेषण करते हुए उनमें सुधार भी करेगी। इससे विशेष रूप से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ कर्मियों और अन्य हितधारकों को आपदा प्रतिक्रिया पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण के स्तर में अत्यधिक सुधार किया जा सकेगा।
आपदा मोचन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण
एनडीआरएफ अकादमी की स्थापना वर्ष 2018 में नागपुर में राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा कॉलेज (एनसीडीसी) में विलय के साथ की गई थी। अकादमी का मुख्य परिसर निर्माणाधीन है, तब तक यह एनसीडीसी के मौजूदा परिसर से कार्य कर रहा है। अकादमी वर्तमान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और अन्य हितधारकों को प्रशिक्षण प्रदान करती है। इसकी अवधारणा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के तौर पर विकसित होने के लिए की गई है। यह दक्षेस और अन्य देशों के आपदा मोचन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा।