पटना

बिहारशरीफ: वॉक इन इंटरव्यू में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी


      • भद पिटता देख आनन-फानन में सीएस ने रद्द किया इंटरव्यू
      • सदर अस्पताल जहां रोगी के साथ ही कोविड टेस्टिंग और कोविड जांच की है व्यवस्था जैसे संवेदनशील स्थल पर आखिर क्यों की गयी थी इंटरव्यू की व्यवस्था
      • वार्ड अटेंडेंट और मल्टीपरपस हेल्पर का वॉक इन इंटरव्यू अब 10 को डीआरसीसी में
      • आज से सभी पदों के लिए वॉक इन इंटरव्यू का स्थल होगा डीआरसीसी

बिहारशरीफ (आससे)। जिले में कोविड रोगियों की सुविधा और इस पर प्रभावकारी नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बहाली की प्रक्रिया शुरू की गयी है। 288 पदों के लिए वॉक इन इंटरव्यू के जरिये होने वाली नियुक्ति के दूसरे दिन आज सदर अस्पताल स्थित इंटरव्यू कक्ष तथा उसके बाहर नौकरी पाने वाले लोगों की इतनी कतार और भीड़ हुई कि लोगों का रूह कांप गया। यह हाल रहेगा तो कोरोना रोगियों को सुविधा देने की बात तो बहाली के बाद होगी, लेकिन अभी की स्थिति में कोरोना प्रसार को रोका नहीं जा सकता। हालांकि लोगों की भीड़ को देखते हुए अंततः आगामी कल होने  वाली वॉक इन इंटरव्यू कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। साथ ही इंटरव्यू स्थल भी बदल दिया गया।

कोविड पर नियंत्रण हेतु राज्य सरकार के निर्देश पर नालंदा जिले में अलग-अलग पदों हेतु नियुक्तियां निकाली गयी है। भले ही यह नियुक्ति अस्थायी है और सीमित अवधि के लिए है, लेकिन नौकरी की चाहत और बेरोजगारी का हाल यह है कि वॉक इन इंटरव्यू में निर्धारित सीट से कई गुणा अधिक लोग पहुंच रहे है। शायद स्वास्थ्य विभाग को भी यह अनुमान नहीं था कि वॉक इन इंटरव्यू कार्यक्रम में लोगों की इतनी भीड़ होगी।

आपातकालीन परिस्थिति में विभिन्न पदों पर हायर करने संबंधित सूचना जो निर्गत हुई थी उसमें 31 मई से 08 जून तक वॉक इन इंटरव्यू का कार्यक्रम था। 31 मई को एमबीबीएस तथा स्नातकोत्तर तथा इंटर्नशिप प्रशिक्षण के लिए चिकित्सकों की वैकेंसी थी। इस दिन तो लोगों की उपस्थिति काफी कम रही। कहीं पता भी नहीं चला। 01 जून को आयुष चिकित्सक, फार्मासिस्ट के लिए वॉक इन इंटरव्यू था जबकि 02 जून को बीएससी नर्सिंग, प्रयोगशाला प्रावैद्यिकी, आईसीयू टेक्निशियन के लिए वॉक इन इंटरव्यू था। इस दिन तक लोगों की भीड़ कम रही।

इंटरव्यू का स्थल सदर अस्पताल स्थित सीएस कार्यालय में रखा गया था, जो निश्चित तौर पर सही नहीं कहा जा सकता। वजह यह है कि सदर अस्पताल में रोगियों की भीड़ होती है, कोविड की जांच होती है साथ ही कोविड का टीका भी लगाया जाता है, जहां संक्रमण का खतरा हमेशा बरकरार है। ऐसे में इतना संवेदनशील जगह पर वॉक इन इंटरव्यू का कार्यक्रम रखना ही नहीं चाहिए था। 03 जून को वार्ड अटेंडेंट (अर्दली) तथा मल्टीपरपस हेल्पर के लिए कुल 30 पदों हेतु वॉक इन इंटरव्यू था और लगभग तीन हजार लोग पहुंचे थे।

पूरा अस्पताल परिसर से लेकर पास की सड़कें लोगों से पूरे दिन पटी रही। अफरातफरी मची रही जो मीडिया और सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। अंततः सिविल सर्जन ने सूचना चिपकाया और आज होने वाला इंटरव्यू को स्थगित कर दिया। सूचना में यह कहा गया कि 03 जून को होने वाला वॉक इन इंटरव्यू अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए रद्द किया जाता है और 03 जून को होने वाला वॉक इन इंटरव्यू 10 जून को डीआरसीसी दीपनगर में आयोजित की जायेगी। इसके साथ हीं यह भी निर्णय लिया गया कि 04 जून से होने वाली सभी पदों के लिए वॉक इन इंटरव्यू अब डीआरसीसी दीपनगर में आयोजित होगा।

बताते चले कि चार जून को डाटा इंट्री ऑपरेटर के 25, 05 जून को जीएनएम के 40 तथा 07 एवं 08 जून को एएनएम के 80 पदों के लिए वॉक इन इंटरव्यू होना है। अब तो यह समय ही बतायेगा कि डीआरसीसी में वॉक इन इंटरव्यू की क्या व्यवस्था होती है और फिर भीड़ को नियंत्रित करने की कौन सी तैयारी की जाती है। रोज कोविड गाइडलाइन के फॉलो का ढिंढोरा पीटने वाले सीएस की आज वॉक इन इंटरव्यू में ‘‘भद पिट गयी।’’ रोज दो गज की दूरी मास्क है जरूरी जैसे नारे और श्लोगन देने वाले सिविल सर्जन के समक्ष ही उनके कार्यालय और परिसर में आधे लोग बगैर मास्क के दिखे। जहां तक दो गज दूरी की बात है वह दो इंच दूरी भी नहीं मेंटेन दिखा।