पटना

पूर्वोत्तर भारत के अत्याधुनिकतम जू सफारी का राजगीर में कल मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण


      • राजगीर के वादियों में 191.2 हेक्टयर में फैली इस जू सफारी के निर्माण पर खर्च हुआ है 176 करोड़ रुपया
      • जू सफारी का दीदार करने वाले लोग रहेंगे बख्तरबंद गाड़ी जबकि जीव-जंतु रहेंगे खुले में

राजगीर (नालंदा)(आससे)। पूर्वोत्तर भारत का आधुनिकतम जू सफारी जो अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में बना है का उद्घाटन का इंतजार लोगों को पहले से था, लेकिन कोविड आदि प्रतिबंधों के कारण उद्घाटन में विलंब हुआ, लेकिन अब वह शुभ घड़ी आ चुकी है। बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश इस जू सफारी को जनता को लोकार्पित करेंगे। 176 करोड़ की लागत से जू सफारी का निर्माण हो रहा है, जो राजगीर के 191.2 हेक्टेयर वादियों में फैली है। सीएम नीतीश कुमार के साथ वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री सहित अन्य उच्चाधिकारियों के अलावे अन्य मंत्री और विधायक भी शिरकत करेंगे।

सफारी के मेन एंट्रेंस गेट, रिसेप्शन कैंपस एरिया, टिकट काउंटर से लेकर जीव जंतुओं के बाड़ों तक के आवागमन के पाथ वे सहित जू सफारी को पूरी तरह से सजाया संवारा गया है। मांसाहारी जंगली जानवरों में शेर, रोयाल बंगाल टाइगर, भालू, तेंदुआ के अलावे शाकाहारी में हिरण, सांभर ब्लैक बक, चीतल, हॉग डियर इत्यादि जानवर राजगीर के पंच पहाड़ी वादियों के पर्यावरण में घुल मिल कर अपने अपने बाड़ों में पूरी तरह से स्वस्थ और मस्त हैं।

बता दें कि बीते 2017 के 17 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने राजगीर वाईल्ड लाईफ जू सफारी पार्क का शिलान्यास किया था। पर्यटन नगरी राजगीर के प्राकृतिक व नैसर्गिक छटाओं से लबरेज पंच पहाड़ियों मे शुमार सोनागिरी पर्वत की गोद मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस जू सफारी में जंगली जानवर तो रहेंगे ही साथ ही साथ विभिन्न प्रजातियों की तितलियां का बटरफ्रलाई पार्क लोगों को खूब भाएगा। पर्यटक सफारी वाहन के भीतर बैठकर खुले में घूमते जंगली जानवरों का दीदार करेंगे। इस जू सफारी में 6 की संख्या में बब्बर शेर जिसमें दो नर और चार मादा है। इन शेरों को गुजरात के एवं बंगाल से मंगाया गया है।

जू सफारी आने वाले पर्यटकों के लिए वाहन पार्किंग स्थल, शौचालय, पेयजल, रिसेप्शन काउंटर, कैंपस में गार्डेन, म्यूजियम, कैफेटेरिया, औषधालय के अलावे इन चीजों से लबरेज लोगों को सुकून पहुंचाएगी। वही सफारी में प्रशासनिक ब्लॉक में मंडल वन पदाधिकारी, सफारी निदेशक, वन उपमंडल पदाधिकारी, रेंजर पदाधिकारी के कार्यालय बनाए गए हैं। इसके अलावा पशुओं के लिए प्रबंधन ब्लॉक में चिकित्सा अस्पताल, शाकाहारी रसोई, मांसाहारी रसोई के अलावे शमशान बनाया गया है। 191 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विकसित यह जू सफारी के निर्माण में 177 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं।

यह जू सफारी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा जहां परिवार के साथ साथ नन्हे-मुन्ने बच्चों को जंगली जानवरों को देखकर काफी खुशी एवं प्रसन्नता होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए जो कार्य किए हैं वह आज देखने को मिल रहा है। इसके पहले ही नेचर सफारी चल रही है जहां हजारों की संख्या में पर्यटक लोग प्रतिदिन नेचर सफारी का दीदार कर रहे हैं वही जू सफारी के चालू हो जाने से लोगों को और भी मनोरंजन देखने को मिलेगा।