- टीआरएस के वरिष्ठ नेता एवं तेलंगाना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र ने शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं और भविष्य में विधायक का पद भी छोड़ देंगे. राजेंद्र के परिवार के नाम पर दर्ज कम्पनियों के भूमि हथियाने की शिकायतों के बाद उन्हें हाल ही में मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”पार्टी के साथ 19 साल तक जुड़े रहने के बाद, मैं पार्टी और उसकी सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. जहां तक पार्टी की सदस्यता की बात है, मैंने पहले भी कहा था कि आपको (तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव) मुझे हटाने की जरूरत नहीं है. मैं विधायक का पद भी छोड़ दूंगा. मैं अपने समर्थकों से बात करने के बाद अपनी आगे की रणनीति के बारे में जानकारी दूंगा.”
मंत्रिमंडल में सिर्फ मुख्यमंत्री लेते हैं निर्णय
राजेंद्र बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ सम्पर्क में हैं और खबरों के अनुसार उन्होंने बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की है. राजेंद्र उन कुछ वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जो दो दशक पहले पार्टी के गठन के बाद से टीआरएस के साथ हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केसीआर के मंत्रिमंडल में कोई भी मंत्री स्वतंत्र निर्णय नहीं ले सकता, सब कुछ मुख्यमंत्री के नियंत्रण में है. राजेंद्र ने कहा कि कई नेता मेरे साथ पार्टी छोड़ने को तैयार हैं.
मालूम हो कि आंध्रप्रदेश से तोड़कर तेलंगाना राज्य बनाने की मांग को लेकर कल्वकुंतला चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने 27 अप्रैल 2001 को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का गठन किया था. तेलुगुदेशम पार्टी से अलग हुए राव का पार्टी गठन का एकमात्र एजेंडा तेलंगाना राज्य का गठन था. हैदराबाद को नए राज्य की राजधानी बनाने की मांग भी इसमें शामिल थी.