प्रयागराज (आससे)। इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति गोविंद माथुर ने कहा कि यहां पर उन्होंने जितने ला से संबंधित अरमान व अन्य दस्तावेज देखे हैं वह कहीं और नहीं देखी। इसे राष्ट्रीय ला संग्रहालय बनाया जाए। यहां पर तुलसीदास द्वारा हस्तलिखित एक पत्र है जिसमें उन्होंने समझौता कराया था इसी तरह कई अन्य अत्यंत महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो न्याय प्रक्रिया के हमारे सुनहरे इतिहास को बताता है। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अशोक भूषण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के ला संग्रहालय के निर्माण पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्रीय संग्रहालय का निर्माण प्रयागराज में हो इसके लिए सीजीआई से सिफारिश कर यह पुरजोर प्रयास करेंगे कि इस संग्रहालय का विस्तार हो और राष्ट्रीय संग्रहालय बने। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति विनीत सरन ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का संग्रहालय देश का पहला संग्रहालय है जो पहले एक कमरे में शुरू हुआ। यह आने वाली पीढ़ी के लिए मील का पत्थर साबित होगा उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में अधिवक्ताओं की गौरवशाली परंपरा को दोहराया। पूरी टीम की सराहना की। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी ने लाख संग्रहालय की शुरुआत की चर्चा की और बताया कि युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। पर मैं मैं ला संग्रहालय और आर्काइव के कमेटी के चेयरमैन न्यायमूर्ति मनोज गुप्ता ने इसकी विशेषता पर चर्चा की इसके निर्माण में आने वाली प्रक्रिया के बारे में बताया।