- जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में एक्टिव नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी.
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और युवा कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने उन्हें सम्मान दिया, लेकिन उन्होंने विश्वासघात किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये बात कही.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “जिसकी पहचना कांग्रेस पार्टी ने बनाई, बंगाल का प्रभारी बनाया और आज जो जितिन प्रसाद ने किया है. वह कहीं से भी अच्छा नहीं माना जा सकता है. मैं समझता हूं कि जितिन प्रसाद जी जिन्हें कांग्रेस पार्टी ने सम्मान दिया, जितना उन्हें मान दिया, मर्यादा दी और उसके बाद भी आज कांग्रेस पार्टी के साथ विश्वासघात किया है. अब समय ही बताएगा. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सफलता उनसे कोसो दूर रहेगी.”
बीजेपी में शामिल होने से पहले प्रसाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में एक्टिव नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी. पत्र से जुड़े विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की कांग्रेस कमेटी ने प्रस्ताव पारित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, जिसे लेकर विवाद भी हुआ था.